जानलेवा हमला करने वाले दबंगों को अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी नसीराबाद पुलिस
जानलेवा हमला करने वाले दबंगों को अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी नसीराबाद पुलिस
पूरे गंगा बिरनांवा गांव का है मामला, एसपी से लगाई न्याय की गुहार
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
नसीराबाद, रायबरेली। इन दिनों जिले में दबंगों के उत्पात मचाने का प्रतिदिन सोशल मीडिया पर वायरल होने की बात तो आम हो चुकी है किंतु अगर बात नसीराबाद थाना क्षेत्र की करें तो यहां पर दबंग उत्पात मचाने में जरा भी पुलिस का खौफ नहीं खाते हैं हालांकि हो भी क्यों न, दबंग जानते हैं कि साहब के रहमो-करम से घटना को अंजाम देने के बाद भी हमारा कोई बाल बांका नहीं कर पाएगा।
एक ऐसा दबंग परिवार जोकि भूमि विवाद के चलते एक परिवार पर इस कदर कहर बनकर टूटा की उस परिवार के परिजन बीती 22 जून से लेकर अब तक जिला अस्पताल में दर्द से करा रहे हैं।इतना सब होने के बावजूद अचंभा तब होता है जब नसीराबाद की पुलिस अब तक दबंगों के गिरेबान तक नहीं पहुंच सकी। यह पूरा कृत्य नसीराबाद पुलिस की कार्यशैली पर कई तरह का सवाल खड़ा कर रहा है। दरअसल पूरा मामला बीती 22 जून सुबह लगभग 10रू00 बजे का है। जहां नसीराबाद थाना क्षेत्र के पूरे गंगा दीन बिरनांवा गांव कि निवासिनी पीड़िता गीता देवी पत्नी प्रमोद तिवारी ने बताया कि गांव के ही राघवेंद्र उर्फ पंकज, शिवपूजन उर्फ सत्येंद्र, कौशलेंद्र व चंद्रभान ने प्रार्थिनी की पुश्तैनी भूमि को लेकर बेवजह विवाद शुरू किया और विरोध करने पर लाठी-डंडों से लैस हो ताबड़तोड़ जानलेवा हमला कर दिया। जिस पर परिवार के ही कई लोग पूरी तरह से लहूलुहान हो गए। किसी तरह दबंगों के कहर से भागकर जान बचाई व घटना को अंजाम देते ही दबंग मौके से फरार हो गए। इस पूरे मामले में नसीराबाद थाने में तहरीर देने के बाद दबंगों के विरुद्ध जानलेवा हमला की धारा न लगाकर आरोपियों का बचाव करते हुए धारा 323, 504, 506, 452 व 308 जैसी मामूली धाराओं में ही मुकदमा पंजीकृत कर आरोपियों का बचाव किया। यदि देखा जाए तो अब तक पीड़ित परिवार जिला अस्पताल में दर्द से करा रहा है तो दूसरी तरफ नसीराबाद पुलिस दबंग के गिरेबान पकड़ने में पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है। हालांकि अधिकांश मामलों में आरोपियों की पैरवी नसीराबाद पुलिस क्यों करती है, यह एक सबसे बड़ा यक्ष प्रश्न बना हुआ है। नसीराबाद पुलिस की लचर कार्यशैली से आहत पीड़ित परिवार ने घायल अवस्था में शनिवार को पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी को शिकायती पत्र दे न्याय की गुहार लगाई है।
गिरफ्तारी के लिये दी जा रही दबिशः एसओ
नसीराबाद थानाध्यक्ष दयानंद तिवारी ने बताया कि घटना चार दिन पूर्व की है। दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की विवेचना जारी है। गिरफ्तारी के लिये दबिश दी जा रही है।
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