MLC चुनाव: जिले के सपा प्रत्याशी ने वापस लिया पर्चा, आखिर क्यो?, पढ़िए पूरी खबर…
MLC चुनाव: जिले के सपा प्रत्याशी ने वापस लिया पर्चा, आखिर क्यो?, पढ़िए पूरी खबर…
मिर्जापुर। जिले के सपा प्रत्याशी ने पर्चा वापस ले लिया, आपको बता दे कि एमएलसी चुनाव में नामांकन पत्रों की जांच के अगले ही दिन बुधवार को मिर्जापुर में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्याम नारायण उर्फ विनीत सिंह का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया। कारण ये के बेहद ही नाटकीय घटनाक्रम के बाद समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रमेश सिंह यादव ने नामांकन वापस ले लिया है।
इस खबर के बाद से विनीत सिंह के समर्थकों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं में हर्ष की लहर है। हालिया संपन्न विधानसभा चुनाव में भी मिर्जापुर की सभी सीटों पर भाजपा गठबंधन की ही जीत हुई थी। एमएलसी चुनाव में नामांकन के अंतिम दिन भारतीय जनता पार्टी ने श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया था। जिसके बाद उन्होंने भाजपा से नामांकन किया।सपा प्रत्याशी के अपहरण का मचा था हंगामा
पर्चा वापसी से कुछ देर पहले ही बुधवार को समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष ने देवी चौधरी ने आरोप लगाया था कि मंगलवार की दोपहर से उनका प्रत्याशी रमेश सिंह यादव लापता है, फोन नहीं उठा रहा है। अपहरण की आशंका भी जताई। मामले में देवी चौधरी ने अखिलेश यादव को भी पत्र भेजा था।
इस बीच सपा प्रत्याशी रमेश यादव ने बुधवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। उन्होंने यह कदम क्यों उठाया इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। जिले के सपा नेता कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। रमेश के नामांकन वापस लेते ही भाजपा व विनीत सिंह समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। चुनाव में विनीत सिंह एक अकेले प्रत्याशी बचे है, इस लिहाज से उनका चुना जाना तय माना जा रहा है।
अब भाजपा की चार सीटों पर जीत तय
उत्तर प्रदेश में विधान परिषद चुनाव के मतदान से पहले ही भारतीय जनता पार्टी का चार सीटों पर जीतना तय हो गया है। दरअसल, तीन एमएलसी सीटों (एटा-मैनपुरी-मथुरा, मथुरा-एटा-मैनपुरी और बुलंदशहर) के समाजवादी पार्टी (सपा) समेत बाकी निर्दलीय प्रत्याशियों का नामांकन निरस्त कर दिया गया है। वहीं मिर्जापुर में सपा प्रत्याशी ने पर्चा वापस ले लिया है।
कराटे में ब्लैक बेल्ट हैं विनीत सिंह, इनके पास करोड़ों की संपत्ति
एमएलसी चुनाव के नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन भाजपा ने पूर्व एमएलसी विनीत सिंह को प्रत्याशी घोषित कर सबको चौंका दिया। हालांकि इससे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में उनके करीबी राजू कनौजिया को भाजपा ने प्रत्याशी बनाकर उन्हें हरी झंडी दे दी थी। पूर्व एमएलसी विनीत सिंह ने जिला पंचायत चुनाव में मिर्जापुर के साथ ही सोनभद्र व चंदौली में अपने रसूख का इस्तेमाल भाजपा के लिए किया था।
भाजपा की ओर से एमएलसी का पर्चा भरने वाले श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। विनीत सिंह की चल संपत्ति 94 लाख चार हजार 463 रुपये है। अचल संपत्ति सात करोड़ 21 लाख 93 हजार है। पत्नी प्रमिला सिंह के नाम एक करोड़ 94 लाख रुपये चल व सात लाख रुपये की अचल संपत्ति है।
विनीत सिंह वाराणसी के चोलापुर विकासखंड के गोला गांव के रहने वाले हैं। पिता शिवमूरत सिंह राजस्व विभाग में कर्मचारी थे। ये पांच भाइयों और चार बहनों में चौथे नंबर पर हैं। बड़े भाई त्रिभुवन सिंह चोलापुर से ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। विनीत सिंह जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 2010 में मिर्जापुर जिले से बसपा के टिकट पर एमएलसी चुने गए। विनीत सिंह कराटे में भी ब्लैक बेल्ट हैं। इन्होंने विद्यापीठ से स्नातक किया है।
लगातार तीन बार से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा
मिर्जापुर की जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर लगातार तीन बार से श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह का कब्जा है। 2011 और 2016 में लगातार उनकी पत्नी प्रमिला सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ीं और भारी मतों से विजयी रहीं। वहीं 2021 में हुए जिला पंचायत के चुनाव में उनके विश्वासपात्र राजू कन्नौजिया भारी मतों से जीते और अध्यक्ष बने।
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