बलिया के पत्रकारों की गिरफ्तारी को लेकर बलरामपुर के डीएम को सौंपा गया ज्ञापन
बलिया के पत्रकारों की गिरफ्तारी को लेकर बलरामपुर के डीएम को सौंपा गया ज्ञापन
अब्दुल मोबीन सिद्दीकी
बलरामपुर। अजय श्रीवास्तवजिलाध्यक्ष प्रेस क्लब बलरामपुर व मीडिया प्रभारी शरीफ अंसारी की अगुआई में जनपद बलरामपुर के काफी संख्या में पत्रकार कलेक्ट्रेट सभागार में इकट्ठा होकर बलिया में पत्रकारों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए बिना शर्त रिहाई व मानहानि की क्षतिपूर्ति करने के लिए व पीड़ित पत्रकार साथियों को 1 करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की गई जिससे सम्बंधित ज्ञापन जिला अधिकारी बलरामपुर को मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा।
वहीं एक सवाल यह आ रहा है कि मोदी व योगी सरकार द्वारा लगातार पत्रकारों के हित में बात तो किया जा रहा है परंतु यह एक कागजी खानापूर्ति बनता दिख रहा है, क्योंकि बलिया में पत्रकारों के साथ हुए ऐसी घटना यह सरकार की पोल खोल रहा है, क्योंकि केवल सारे नियम कागज पर ही पाया जा रहा है। अगर पत्रकारों द्वारा घटनाओं को उजागर किया जाएगा तो पत्रकारों को जेल भेज दिया जाएगा, क्योंकि जिला प्रशासन व सरकार बलिया जिले के प्रशासन का पोल खुल जाएगा, इसीलिए मीडिया को दबाने की कोशिश किया जा रहा है परंतु ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। चाहे हम सभी को कलम के बजाय सरकार व प्रशासन के खिलाफ सड़क पर आना पड़े। वही यह कहावत है और हकीकत भी कि भारत का चौथा स्तंभ मीडिया है। इस घटना से यह तो केवल कहावत बनी है।
बलरामपुर जनपद के प्रेस क्लब अध्यक्ष ने कहा कि जब तक बलिया के पत्रकारों की रिहाई नहीं किया गया और उन्हें ससम्मान एक करोड़ मुआवजा नहीं दिया गया। तब तक हम सभी साथी आर-पार की लड़ाई के लिए सदैव तैयार रहेंगे। इस अवसर पर पत्रकार रामपाल यादव, रामचरित वर्मा, सौरभ मिश्रा, सुरेश त्रिपाठी, अरशद खान, बसंत राम मौर्या, हकीम नवाज, आबिद अली, शशिभूषण शुक्ला, मोहम्मद रिजवान, सत्रोहन प्रसाद पांडेय, चंद्रशेखर पटेल, गुलाम नबी कुरैशी, पवन गुप्ता, आरके शर्मा, निजामुद्दीन अंसारी, जितेंद्र चौधरी, रामकुमार मिश्रा, अखिलेश्वर तिवारी, वेद प्रकाश मिश्रा, अब्दुल मोबीन सिद्दीकी, अनवारुल हक समेत काफी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।
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