फिर सुर्खियों में आया महराजगंज सर्किल, गोकशी के बाद अब गोवंशों का मिला कटा सिर
फिर सुर्खियों में आया महराजगंज सर्किल, गोकशी के बाद अब गोवंशों का मिला कटा सिर
हत्या, लूट व गोकशी की घटनाएं हुईं आम बात, डाल दिया जाता है पर्दा
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
महराजगंज, रायबरेली। सूबे की योगी सरकार के कंधों से कंधा मिलाकर चलने वाले जिले के तेज-तर्रार पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार भले ही जनपद की पुलिसिंग व्यवस्था बिल्कुल चुस्त व दुरुस्त करने में सफल हों किंतु महाराजगंज सर्किल के पुलिस की कार्यशैली पर सुधार लाना पुलिस अधीक्षक के लिए भी एक टेढ़ी खीर साबित हो चुकी हैं।
हो कुछ भी परंतु इसमें एसपी श्लोक कुमार का नहीं, बल्कि महराजगंज सर्किल में तैनात साहबों की रसूख व ऊंची पहुंच का है जिससे शायद चाह कर भी एसपी श्लोक कुमार महराजगंज सर्किल के साहबों कार्यवाही करने में असमर्थ हैं। जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित अपराध का गढ़ बना महाराजगंज सर्किल क्षेत्र जहां हत्या, लूट व गौकशी एक आम बात हो चुकी हैं। कुछ दिनों पूर्व सर्राफा व्यवसायी की हुई हत्या का खुलासा तो अब तक नहीं हो सका किंतु अब महाराजगंज पुलिस ने गौकशी जैसी घटनाओं पर भी कार्यवाही करने में असमर्थ नजर आ रही हैं। बताते चलें कि मंगलवार को महाराजगंज थाना क्षेत्र के मुरैनी गांव के पास हड़कंप उस समय मचा जब मवेशी चरा रहे कुछ ग्रामीणों ने एक साथ कई गौवंश के कटे सिर व मांस झाड़ियों में पड़ा देखा। मौके पर शराब की बोतलें व अन्य खाद्य सामग्री भी मिली जिससे ग्रामीणों ने गौकशी होने के गंभीर आरोप लगाये हैं।
हद तो तब पार होती है जब मामले कि सूचना देने के बाद भी काफी समय के बाद पहले पीआरवी कर्मी व कुछ घंटों बाद प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच खानापूर्ति करता नजर आता हैं। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश देखने को मिला है। आनन-फानन में प्रशासन ने भले ही जेसीबी से गौवंशों के शव को दफन करवा मामले पर पर्दा डाल दिया परंतु क्षेत्र में कब से गौकशी हो रही है किसके सह पर हो रही है तथा इन बेजुबान मवेशियों की हत्याओं में कौन संलिप्त था, यह एक सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अमले ने गौवंशों के साथ मामले को भी दफन कर दिया। हो भी क्यों न, जब महराजगंज पुलिस अब तक सर्राफा व्यवसायी के हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी तो वह गोवंश के हत्यारों तक क्या पहुंचेगी?
घटनास्थल से चंद कदम दूरी पर समुदाय विशेष के यहां शादी एवं एसओ का छुट्टी पर जाना उठा रहा सवाल
जिस जगह पर गौवंशों की हत्या की गई, उस जगह पर गौवंशों के शवों के पास शराब की बोतल नमकीन सहित खाद्य सामग्री का होना यह दर्शाता है कि गौकशी करने वालों ने काफी आराम से घटना को अंजाम दिया। साथ ही यदि सूत्रों की मानें तो जिस जगह पर गौवशों के शव मिले, उससे चंद कदम दूरी पर ही स्थित एक गांव में समुदाय विशेष के यहां शादी समारोह था। कहीं गौवंश का मांस वहां तो नहीं गया? साथ ही घटना से पूर्व एसओ महराजगंज का यूं छुट्टी पर चले जाना और घटना की जानकारी ग्रामीणों को होने के कुछ घंटों के बाद आ जाना भी एसओ की भी कार्यशैली पर कई तरह का प्रश्न चिन्ह लगा रहा है।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।