Jaunpur News : मछलीशहर संसदीय सीट के महासंग्राम का कौन होगा बाजीगर?

Jaunpur News : मछलीशहर संसदीय सीट के महासंग्राम का कौन होगा बाजीगर?

शुरू हुआ कयासों का दौर, किसकी क्या है तैयारी, कौन किस पर होगा भारी?

तीनों प्रमुख पार्टियों ने दावेदारों पर लगाई मुहर, मतदाता भी हैं तैयार

विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों ने अपने अपने उम्मीदवारों की उम्मीदवारी पर मुहर लगाकर अपनी सियासी बिसात बिछाने में जुट गए है। अगर हम बात करे प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सटे मछलीशहर (सुरक्षित) संसदीय सीट को तो यहां तीनों प्रमुख पार्टियों ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। भारतीय जनता पार्टी ने वर्तमान सांसद बीपी सरोज पर पुन: दांव लगाया है। तो समाजवादी पार्टी ने मौजूदा केराकत विधायक तूफानी सरोज की पुत्री प्रिया सरोज पर अपना भरोसा जताया है। वहीं लोकसभा चुनाव में अपने बलबूते चुनाव लड़ रही बहुजन समाज पार्टी ने पूर्व आईएएस अधिकारी कृपाशंकर सरोज को अपना उम्मीदवार बनाया है। तीनों प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार ‘सरोज समाज’ से होने के साथ ही चुनावी तस्वीर भी जनमानस के पटल पर परिलक्षित होने लगी है। दावेदार डोर टू डोर जाकर सरकार व पार्टी के विचारधारा के साथ साथ उपलब्धि को जनता के बीच गिना रहे हैं कौन कैसे मतदाताओं को मनाने में सफल होता है। मछलीशहर सीट की जंग में कौन होगा बाजीगर, किसकी क्या तैयारी है और कौन किस पर भारी ये आने वाली 4 जून को मालूम हो जायेगा। बहरहाल जनता है सब जानती है अब देखना यह है कि जनता किसके सर मछलीशहर सीट के जीत का सेहरा बांधती है? यह अभी भविष्य के गर्भ में छुपा हुआ है।
दावेदारों को अपनों से भी पड़ सकता है जूझना
2024 का लोकसभा चुनाव देश की जहां दशा और दिशा तय करेगा वहीं मछलीशहर लोकसभा सीट से भाग्य आजमा रहे उम्मीदवारों के भी भाग्य की दशा और दिशा को तय करेगा। भाजपा उम्मीदवार बीपी सरोज जहां अपनी सरकार की योजनाओं के बलबूते जनता के बीच में पुन: वोट मांगने निकले हैं तो समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार प्रिया सरोज सपा सरकार की योजनाओं और अपने पिता पूर्व सांसद व मौजूदा विधायक तूफानी सरोज के बलबूते चुनाव मैदान में उतरी हुई हैं। मौजूदा भाजपा सांसद के क्रियाकलापों को लेकर भाजपा के पुराने निष्ठावान कार्यकर्ता आहत नजर आ रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर तूफानी सरोज की बेटी प्रिया सरोज को टिकट मिलने से पार्टी के अंदरखाने में विरोध है। विरोध जायज भी है क्योंकि पार्टी में कई ऐसे दिग्गज चेहरे लंबे समय से जनता के बीच में पसीना बहाते आ रहे थे लेकिन उन्हें एक सिरे से नकारते हुए पार्टी प्रमुख ने परिवारवाद को बढ़ावा देते हुए प्रिया सरोज को टिकट देकर पुराने निष्ठावान कार्यकर्ताओं की नाराज़गी साफ देखी जा सकती है जो असहनीय और अनुचित भी है। हालांकि राजनीति में ऐसे शब्दों के लिए कोई मायने नहीं होते हैं फिर भी इतना तो ख्याल रखा ही जाता है कि जो निष्ठावान जुझारू कार्यकर्ता लम्बे समय से समर्पण त्याग करता आया हो, उसे जरूर अवसर जरूर मिलना चाहिए। ऐसे में देवेदारों को अपनो से जूझने के साथ ही उन्हें मानने में कड़ी मशक्कत भी करनी पड़ सकती है। वही अगर बसपा उम्मीदवार कृपा शंकर सरोज की बात करें तो क्षेत्र के लिए नये हैं उन्हे भी अपनी पहचान बनाने में काफी मशक्कत करने के साथ ही जनता के बीच पहुंचकर पार्टी के विचार धारा को बताकर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करेंगे।

आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।

Jaunpur News: Two arrested with banned meat

JAUNPUR NEWS: Hindu Jagran Manch serious about love jihad

Job: Correspondents are needed at these places of Jaunpur

बीएचयू के छात्र-छात्राओं से पुलिस की नोकझोंक, जानिए क्या है मामला

600 बीमारी का एक ही दवा RENATUS NOVA

Read More

Recent