Jaunpur News : आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति स्वास्थ्य का रखे ख्यालः डा. मारिया फारूकी
Jaunpur News : आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति स्वास्थ्य का रखे ख्यालः डा. मारिया फारूकी
चन्दन अग्रहरि
शाहगंज, जौनपुर। स्थानीय नगर के मेन रोड स्थित ऐलिकेयर हास्पिटल की डायरेक्टर डा. मारिया ने भाजपा नेत्री और सोशल मीडिया स्टार सोनाली फोगाट की चर्चा करते हुये कहा कि यह दुःखद घटना है कि सोशल मीडिया स्टार सोनल की गोवा में हार्ट अटैक की वजह से मौत हो गई है। महज 42 साल की उम्र में ही हार्ट अटैक से सोनाली फोगाट के निधन के बाद सब हैरान हैं। सोनाली हरियाणा चुनाव में भाजपा के टिकट से इलेक्शन भी लड़ चुकी है जो काफी फिट भी थी। पिछले कुछ दिनों में सिंगर केके समेत कई मशहूर लोगों की दिल की बीमारियों की वजह से जान जा चुकी है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार हृदय ऊर्जा का भण्डार है।
यह दिल ही है जो जीवन को शुरू से लेकर आखिरी सांस तक चलता रहता है। मन और शरीर के लिए अनुचित तनाव, खराब आहार पद्धति, जीवन शैली के विकल्प और भावनात्मक विस्फोट हृदय के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी दिल की अतिरिक्त अच्छी देखभाल करना है। हृदय को लंबे समय तक स्वस्थ तरीके से पंप किया जा सके। हृदय स्वास्थ्य तीन उप-दोषों द्वारा नियंत्रित होता हैरू साधक पित्त (भावनात्मक संतुलन), अवलंबक कफ (स्थिरता और शक्ति) और व्यान वात (रक्त प्रवाह और धड़कन), जो शरीर में हर जगह मौजूद होते हुए भी हृदय में अपना स्थान रखते हैं, इसलिए इन जैविक ऊर्जाओं का इष्टतम संतुलन बनाना महत्वपूर्ण है। आयुर्वेद ने खराब हृदय स्वास्थ्य के सटीक संकेतों और लक्षणों को सूचीबद्ध किया है।
आयुर्वेद के अनुसार वातज, पित्तज, कफज, सन्निपातज, कृमिजा ये 5 हृदय रोग हैं। कंपकंपी, थकान, सीने में दर्द, जोड़ों में सूजन, पुताई, सांस फूलना, लीवर में पानी जमा होना और शरीर में भारीपन हृदय रोग के कुछ सबसे सामान्य संकेत हैं। पेशाब का कम होना, अत्यधिक पसीना आना, पीलापन, चेहरे का नीला पड़ना, थकान, बुखार जो बार-बार आता रहता है, शरीर में कमजोरी आना आदि लक्षण हैं। जब किसी अन्य स्वस्थ व्यक्ति को अचानक सांस लेने में कठिनाई का अनुभव होता है तो तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सा परामर्श लेना चाहिए। खराब हृदय स्वास्थ्य से होने वाली मौतों को रोकने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि कभी भी छोटे से छोटे लक्षणों को भी नजरअंदाज न करें। यह पहला कदम होना चाहिए। अन्त में उन्होंने कहा कि कार्डियो एक्सरसाइज में शामिल होना दिल के लिए बहुत अच्छा है। योग, प्राणायाम जैसी अन्य गतिविधियाँ हृदय के लिए भी बहुत अच्छी होती हैं। समय-समय पर अपनी पूरी जांचे जरूर करवाये। स्वस्थ शरीर ही सबसे सबसे बड़ी धरोहर है।