क्या पुलिस के संरक्षण में क्षेत्र की हरियाली उजाड़ रहे वन माफिया
क्या पुलिस के संरक्षण में क्षेत्र की हरियाली उजाड़ रहे वन माफिया…?
वन विभाग व पुलिस की जुगलबंदी से धड़ल्ले से फल-फूल रहा अवैध कटान का गोरखधन्धा
आधा दर्जन गांवों में वन माफियों ने उजाड़ी हरियाली, कार्यवाही के नाम पर हुई खानापूर्ति
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
सरेनी, रायबरेली। इन दिनों लगातार सरेनी थाना क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध कटान का गोरखधंधा फल फूल रहा है। लगातार खबरें छपने के बावजूद अवैध कटान का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रतिवर्ष वन संरक्षण के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर जिले में जितना वृक्षारोपण करवाये जाते हैं उससे कहीं ज्यादा तादाद में जिले की हरियाली पर धड़ल्ले से वनमाफिया सांठगांठ कर इलेक्ट्रॉनिक आरे चला कर प्रतिबंधित वृक्षों को उजाड़े जा रहे हैं।
बताते चलें कि सरेनी थाना क्षेत्र के रामपुर, बैरुआ, दौलतपुर रालपुर, गेगासों, शिवपुरी, बनपुरवा में धड़ल्ले से अवैध कटान को लकड़हारों ने अंजाम दिया किंतु अब तक में कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई। यदि सूत्रों की मानें तो वन विभाग के साथ साथ सरेनी पुलिस तथा लकड़हारों की जुगलबंदी से क्षेत्र बेखौफ ढंग से अवैध कटान को अंजाम दिया जा रहा है।
वन माफिया एक या दो पेड़ों का परमिट बनवाकर उसी के नाम पर कई प्रतिबंधित वृक्षों को उजाड़ दे रहे हैं। आखिर अवैध कटानों पर अंकुश जिम्मेदार साहब कब लगा पायेंगे, कब तक क्षेत्र की हरियाली पर लकड़हारों के आरे गरजेगें यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है। वहीं लालगंज सर्किल के रेंजर (वनरक्षक) ने बताया की लगातार वन माफियों पर कार्यवाही जारी है किसी भी हालत में हरियाली उजाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
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