विश्व स्थायीत्व में भारत की भूमिका अन्य देशों से ज्यादा महत्वपूर्ण: प्रो. एके त्यागी
विश्व स्थायीत्व में भारत की भूमिका अन्य देशों से ज्यादा महत्वपूर्ण: प्रो. एके त्यागी
जितेन्द्र सिंह चौधरी
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में रोल ऑफ इंडिया इन G–20 Summit के संबंध में एक दिवसीय विशेष व्याख्यान का आयोजन विधि विभाग के हाल में हुआ जिसकी अध्यक्षता महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद त्यागी ने किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में विश्व स्थायित्व बिना भारत के सहयोग से संभव होता नहीं दिख रहा है। भारत जी20 का प्रमुख जिम्मेदार सदस्य होने के नाते विश्व स्थायित्व के संबंध में बहुत ही गंभीरता से विश्व के सम्मुख प्रत्येक क्षेत्र में अपने आपको प्रस्तुत किया है जिससे पूरे भारत का मान सम्मान पूरे दुनिया में बढा है।
विशिष्ट अतिथि बार काउंसिल ऑफ इंडिया के को–चेयरमैन श्रीनाथ त्रिपाठी ने विधि के परिप्रेक्ष्य में जी-20 के सार्थकता को विस्तृत रूप से बताया। साथ ही आर्थिक रूप से सभी क्षेत्रों के प्रबंधन की आवश्यकता पर बल दिया जिसमें भारत का भविष्य जी-20 के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अमरनाथ शर्मा (वरिष्ठ अधिवक्ता पूर्व अध्यक्ष सेंट्रल बार व बनारस बार एसोसिएशन वाराणसी) ने बताया कि भारत G20 की अध्यक्षता ऐसे समय कर रहा है जबकि विश्व विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ा है जहां केवल शारीरिक व आर्थिक नुकसान ही होता है लेकिन भारत अपने वसुधैव कुटुंबकम के बल पर अपने आपको मजबूती से विश्व पटल पर एक अलग पहचान बनाकर रखा है।
अति विशिष्ट अतिथि प्रमोद गिरी एडीजे/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण वाराणसी ने जी20 के परिदृश्य में न्याय व्यवस्था को दुरुस्त करने पर बल डालते हुये बताया शीत युद्ध के उपरांत आर्थिक गतिविधियां लगभग ठप हो गई है। पूरा विश्व समुदाय वर्तमान में भारत के संसाधनों की तरफ देख रहा है। बताया कि इस विकट परिस्थिति में पूरा विश्व भारत के नेतृत्व की सराहना कर रहा है। डा. सौरभ नोडल अधिकारी जी20 महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने विभिन्न कार्यक्रमों की रूप—रेखा प्रस्तुत किया एवं छात्र—छात्राओं के उन्नयन के लिए G20 देशों के साथ सहभागिता पर बल दिया।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत प्रो. रंजन कुमार विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष विधि विभाग, डा. शिल्पी गुप्ता, धनंजय शर्मा (गोष्टी संयोजक), डॉ सना अहमद (गोष्ठी आयोजन सचिव) एवं मेराज हाशमी ने पुष्प गुच्छ, स्मृति चिन्ह, शाल देकर किया। कार्यक्रम का संचालन डा. नेहा सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ सना अहमद ने किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की चीफ प्रॉक्टर प्रो. अमिता सिंह, डा हंसराज, डॉ कुलदीप नारायण, डा. पंकज कुमार, डॉ शशांक चंदेल, डॉ विजय प्रताप गौरव, डॉ रश्मि सिंह, पवन कुमार सहित सभी छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
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