आईएमए ने मनाया मधुमेह सप्ताह, निकाला पैदल मार्च
आईएमए ने मनाया मधुमेह सप्ताह, निकाला पैदल मार्च
लोगों को जागरूक करने के लिये हुये विविध कार्यक्रम, नि:शुल्क ब्लड की हुई जांच
अनिल कश्यप
हापुड़। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर आमजन के संज्ञान हेतु इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में 14 से 19 नवम्बर तक पूरे जिले में “मधुमेह सप्ताह” मनाया गया। मधुमेह रोग के प्रति सामान्य-जन में जागरूकता उत्पन्न करने हेतु अनेक कार्यक्रम आयोजित हुये। पूरे सप्ताह बड़े पैमाने पर आम जनता के रक्त की नि:शुल्क जांच कर मधुमेह सम्बन्धी आंकड़े प्राप्त किये गये, ताकि वर्तमान में यथार्थ आंकड़े प्राप्त कर उपयुक्त सुधारात्मक उपाय अपनाकर रोग के फैलाव को रोका जा सके। इसी कड़ी में रविवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले एक “पैदल मार्च” का आयोजन हुआ जिसका शुभारम्भ जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० सुनील त्यागी ने हरी झंडी दिखाकर किया। पैदल मार्च प्रात: 8 बजे देव नन्दिनी हॉस्पिटल गढ़ रोड हापुड़ से आरम्भ होकर शहर के मुख्य रास्तों से होता हुआ रेलवे पार्क फ्रीगंज रोड हापुड़ पर समाप्त हुआ जिसमें आईएमए हापुड़ के सदस्यों, वरिष्ठ डॉक्टर्स एवं गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। रेलवे पार्क हापुड़ में उपस्थित जन-समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा गया कि मधुमेह की विकरालता और उसके गंभीर परिणामों के प्रति आगाह करते हुए आमजन से अपेक्षा की गई कि वे रोग के फैलाव और उसकी भयानकता को समझे। समय रहते जागरूकता, नियमित खानपान, सक्रिय जीवनशैली इस रोग को सीमित करने की कुंजी है। निरंतर समय-समय पर मधुमेह की जांच, स्ट्रीट-फ़ूड-घी-तेल-चीनी पर नियंत्रण और क्षमतानुसार व्यायाम को जीवन में अपना कर इस रोग से बचा जा सकता है। मीटिंग में उपस्थित जन समुदाय द्वारा अनेको प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। रैली का समापन करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० सुनील त्यागी ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मधुमेह के विरुद्ध अभियान में नि:शुल्क ब्लड-शुगर की जांच तथा रोग के प्रति जनजागरण के प्रयासों की प्रशंसा की।
क्या है मधुमेह?
मधुमेह एक दीर्घकालिक (लम्बे समय तक चलने वाली) बीमारी है जो इस बात को प्रभावित करती है कि आपका शरीर भोजन को ऊर्जा में कैसे बदलता है। समय के साथ मधुमेह शरीर के सभी अंगो तथा ह्रदय, गुर्दे, स्नायु संस्थान और आँखों को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि मधुमेह है तो बीमारी का प्रबंधन कर स्वास्थ्य समस्याओं को विकसित होने से रोका जा सकता हैं।
विश्व में हर 5वां व्यक्ति भारतीय मधुमेह से हैं पीड़ित
एक अनुमान के अनुसार भारत में 11 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित है लेकिन आश्चर्यजनक है जबकि लगभग 13 करोड़ भारतीय मधुमेह होने की दहलीज पर खड़े है। भारत में मधुमेह तेजी से एक संभावित महामारी का रूप ले रहा है। विश्व में मधुमेह से पीड़ित होने वाला हर 5वां व्यक्ति भारतीय है।
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