गोविन्द वर्मा
बाराबंकी। सर्विलांस व थाना देवा पुलिस टीम द्वारा बुजुर्ग दम्पत्ति हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए मृतक के सगे नाती को जेल भेजा गया है। विगत 11 मई को लालापुर गांव निवासी फखरे आलम शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत में कहा गया था कि माजिद हुसैन वारसी निवासी जवाहर कालोनी फरीदाबाद वर्तमान समय में लालापुर थाना देवा में अपनी पत्नी के साथ एक मकान खरीद कर करीब 6 माह से निवास कर रहे थे। उनके शव घर में पड़े हैं एवं दुर्गन्ध आ रही है, उन दोनों की किसी ने हत्या कर दी है।
पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह द्वारा उक्त हत्या की घटना का अनावरण एवं संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने हेतु पुलिस टीम का गठन किया गया था। सर्विलांस व थाना देवा पुलिस टीम द्वारा मैनुअल इंटेलीजेंस एवं डिजिटल डेटा की मदद से घटना का खुलासा करते हुए मृतक के सगे नाती हत्याभियुक्त साहिल वारसी पुत्र सगीर खान निवासी एडीए कालोनी, सहजमल कोइल थाना देहली गेट जनपद अलीगढ़ को मामा नहर पुल के पास से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के कब्जे से 30 हजार रुपये नकद, जेवरात, आलाकत्ल (ईंट) आदि बरामद किया गया।
पूछताछ से पता चला कि अभियुक्त, बुजुर्ग दम्पत्ति का सगा नाती है। मृतक दम्पत्ति फरीदाबाद, हरियाणा में निजी मकान में रहते थे तथा फरीदाबाद, हरियाणा स्थित मकान को करीब 6-7 माह पूर्व 55 लाख रूपये में बेच दिया गया था। बुजुर्ग दम्पत्ति द्वारा 5-6 वर्ष पूर्व एक मकान देवा में भी खरीदा गया था। बुजुर्ग दम्पत्ति देवा स्थित हाजी वारिस अली शाह के मुरीद थे जिस कारण लगभग 5-6 माह पूर्व देवा स्थित मकान में रहने लगे थे। अभियुक्त साहिल वारसी को मृतक के कहने पर उसके पिता द्वारा अपनी सम्पत्ति से बेदखल कर दिया गया था जिस कारण अभियुक्त अपनी पत्नी के साथ अपनी ससुराल में रहकर मजदूरी का काम करता था। अभियुक्त स्वयं का बिजनेस करना चाहता था जिस कारण उसे रुपयों की जरूरत थी।
अभियुक्त को बुजुर्ग दम्पत्ति द्वारा बेचे गये मकान एवं उससे प्राप्त रुपयों के विषय में जानकारी थी कि नाना द्वारा 25 लाख रूपया किसी बैंक में फिक्स कर दिया गया है एवं शेष रुपये व ज्वेलरी घर की अलमारी में रखे होंगे। विगत 8 मई को अभियुक्त साहिल द्वारा योजनाबद्ध तरीके से अपने मोबाइल घर पर ही छोड़कर देवा आकर दूसरे व्यक्ति के मोबाइल से अपने नाना को कॉल करके कोरियर रिसीव करने हेतु देवा में ही उनके घर से दूर स्थान पर बुलाया गया एवं स्वयं मौका पाकर घर में घुस गया। उसे उम्मीद थी कि नानी बीमार रहती हैं और उसे रुपये और जेवरात चोरी करने में आसानी रहेगी किन्तु नानी द्वारा उसका विरोध किया गया जिससे अभियुक्त द्वारा ईंट से मारकर नानी की हत्या कर दी गई एवं उसके थोड़ी देर बाद ही उसके नाना भी घर आ गये। नाना के वापस घर आ जाने एवं उसे देख लेने पर अभियुक्त द्वारा नाना की भी ईंट मार कर हत्या कर दी गई एवं अलमारी का लॉक तोड़कर उसमें रखे 35000 रुपये नकद व जेवरात लेकर घर में बाहर से ताला लगाकर चला गया था।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।