भ्रष्टाचार की शिकार हुई गहरौली ग्रामसभा, कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति
भ्रष्टाचार की शिकार हुई गहरौली ग्रामसभा, कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति
एक ही रोड के नाम पर तीन-तीन मदों से बजट निकालकर हुआ लाखों का घपला
ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर जिलास्तरीय टीम से जांच का किया था मांग
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
सरेनी, रायबरेली। योगी सरकार भले ही ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए करोड़ों रुपए का बजट राज्य वित्त 14वां वित्त मनरेगा सहित कई मदों से जारी कर विकास की आस लगाए बैठी हो किंतु ग्रामीण क्षेत्रों का आलम कुछ और ही है। विकास विभाग के अधिकारियों से सांठ गांठ कर ग्राम प्रधान गांवों में विकास कार्य के नाम पर खुल्लमखुल्ला भ्रष्टाचार को अंजाम दे सरकारी धन को चूना लगाने से जरा भी संकोच नहीं कर रहे हैं।
जी हां, हम जिले के सरेनी ब्लाक स्थित गहरौली ग्राम सभा की बात कर रहे हैं। जहां के ग्रामीण भ्रष्टाचारियों से आहत होकर लगातार जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपकर जिला स्तरीय टीम से प्रत्येक कामों के जांच की मांग कर रहे हैं। गहरौली ग्राम सभा के ग्रामीणों ने अभिलेखीय साक्ष्यों को दिखाते हुए बताया की हमारे यहां ग्राम प्रधान शिवकरन सिंह एक ही सड़क को बनवाने के नाम पर ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत की निधि से लाखों रुपए निकाल कर हजम कर गये।
वहीं हैंडपंप रीबोर कराने के नाम पर भी लाखों रुपए के सरकारी धन को चूना लगाया गया और तो और राज्य वित्त, 14वां वित्त सहित कई निधियों में खुल्लमखुल्ला भ्रष्टाचार को अंजाम देकर गहरौली ग्राम प्रधान ने अकूट संपत्ति अर्जित कर ली है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव से जिला स्तरीय टीम से जांच करवाये जाने की मांग की है। नर्मदेश्वर इंटर कालेज प्रबंधक भी है ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवकरन, उसमें भी लगा भ्रष्टाचार का आरोप यदि देखा जाए तो गहरौली ग्राम सभा के प्रधान प्रतिनिधि शिवकरन लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए हैं।
यदि ग्रामीणों की मानें तो ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवकरन नर्मदेश्वर इंटर कालेज का प्रबंधक भी है जहां कई निधियों से लगभग पचास लाख रुपए के बजट निकालने की रिपोर्ट इलाहाबाद से आई आडिट टीम ने उच्चाधिकारियों को सौंपी थी।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।