गांव—गांव में गूंज रहा रोड नहीं तो वोट नहीं
गांव—गांव में गूंज रहा रोड नहीं तो वोट नहीं
गुड्डन जायसवाल
फतेहपुर। विजयीपुर—गाजीपुर सड़क निर्माण के लिये सड़क संघर्ष समिति और बुंदेलखंड राष्ट्र समिति द्वारा सुजानपुर गांव में आवाज उठायी गयी। कहा गया कि रोड नहीं तो वोट नहीं। आंसू सिंह, लाखन सिंह, राजीव द्विवेदी, राहुल पाण्डेय, संजय आदि ग्रामीणो ने कहा कि नेताओं में रोड बनवाने की क्षमता नहीं है। जनता ही रोड बनवा सकती है। बस वह अपनी ताकत को पहचान ले तो नेता बनने में कोई बाधा नहीं होगी। इसलिए जनता लड़ेगी, जनता जीतेगी। बता दें कि हसवा ब्लाक के नरैनी चौराहे पर बीते 12 अक्टूबर को सत्याग्रह पर बैठे ग्रामीणों से जिला प्रशासन के अधिकारियों ने वादा किया था कि एक महीने के अंदर 34 किलोमीटर लंबाई वाले विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग का निर्माण शुरू हो जाएगा। ऐसा नहीं हो सका, एक बार फिर से अधिकारियों का वादा छलावा निकला। अधिकारियों के इस झूठे वादे से नाराज ग्रामीणों ने सड़क बनवाने के लिए दृढ़ निश्चय किया है। ग्रामीणों ने तय किया है, यदि लोक सभा चुनाव से पहले सड़क नहीं बनती है तो वोट डालने के लिए वह अपने घरों से बाहर नहीं निकलेंगे। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि बच्चों के भविष्य और क्षेत्र के विकास के लिए सड़क निर्माण बेहद आवश्यक है। विगत तीन दशक से नेता व अधिकारी धोखा करते हुए आ रहे हैं। जिला प्रशासन के अधिकारी सड़क निर्माण में हो रही देरी के बारे में सही जानकारी तक नहीं दे रहे हैं। वर्ष 2016 से अब तक विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग की मरम्मत व चौड़ीकरण में खर्च हुए बजट का ब्यौरा भी देने से अधिकारी कतरा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना था सड़क मरम्मत के नाम पर करोड़ों रुपये का बंदरबांट किया गया है। जवाब में कहीं उसकी पोल न खुल जाए, इसके लिए अधिकारी जवाब नहीं दे रहे हैं। सड़क न बनने से क्षेत्र के किसान, नौजवान, व्यापारी बेहद नाराज हैं।
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