अब्दुल मोबीन सिद्दीकी
उतरौला, बलरामपुर। स्थानीय विकास खण्ड के खराब नलकूपों के कारण न केवल गन्ने व सब्जियों की फसलों को पानी नहीं मिल पा रहा है बल्कि पालतू मवेशियों को पेयजल भी नसीब नहीं हो पा रहा है। विकास खण्ड में मौजूद 23 नलकूपों में से आधे नलकूप विद्युत व नाली दोष के कारण संचालित नहीं हो पा रहे हैं। इस समय फसलों के साथ-साथ जंगली व पालतू पशुओं के पीने के लिए पानी के स्रोत सूख चुके हैं। नलकूपों की बदहाल स्थिति से किसान भी परेशान हैं।
बड़हरा भिठौरा, पुरैनिया जाट, चीती, नयानगर विशुनपुर, इमिलिया, गनवरिया बुजुर्ग प्रथम व द्वितीय तथा शेरगंज ग्रंट के नलकूप नाली दोष के कारण संचालित नहीं हो पा रहे हैं। पाइपलाइन दोष के कारण पिपराराम, बकसरिया व माधव महुआ के नलकूप बंद पड़े हैं। किसान महेश प्रसाद का कहना है कि इस समय गन्ने की फसल की सिंचाई के लिए नलकूपों का ही सहारा है लेकिन इनकी खराब स्थिति के कारण फसल सूखने की स्थिति में पहुंच गये हैं। झिनकन का कहना है कि नलकूपों के सहारे सब्जियों की फसल की सिंचाई होती थी लेकिन अब सिंचाई के लिए दूसरा कोई साधन नहीं रह गया है। लगातार बढ़ रही डीजल की कीमतों के कारण पंपिंग सेट चलाना भी मुश्किल हो गया है। मेहीलाल बताते हैं कि पालतू मवेशियों को खेतों में चराने के बाद उनके पीने के लिए पानी पहले तालाबों से मिल जाता था। तेज धूप व गर्मी के कारण तालाब लगभग सूख चुके हैं, नलकूप की नालियों से मिलने वाला पेयजल भी अब पशुओं को नहीं मिल पा रहा है। अवर अभियंता विनोद कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि सभी नाली विहीन नलकूपों में नाली निर्माण के संबध में रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजी जा चुकी है। आदेश मिलते ही दोष दूर कराकर सभी नलकूपों को शुरू कराया जाएगा।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।