डा. सोमेश ने गुर्दे का किया सफल आपरेशन
रूपा गोयल
बांदा। मरीज का एक गुर्दा पहले से ही छोटा था और कम काम कर रहा था और दूसरे गुर्दे की नली में भी जन्मजात सिकुड़न थी जिससे गुर्दे में सूजन बढ़ रही थी और धीरे—धीरे गुर्दा खराब हो रहा था। रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज के सर्जरी डिपार्टमेन्ट में कार्यरत यूरो सर्जन डा. सोमेश त्रिपाठी ने आपरेशन करके गुर्दे की नली की सिकुड़न खत्म कर दी जिससे गुर्दा खराब होने से बच गया और मरीज की जान बच गई।
बता दें कि बांदा के गिरवां थांनान्तर्गत तेरामाफी गांव का रहना वाला बच्चा वर्मा 43 वर्ष पुत्र छोटा जो पेशे से मजदूर हैं, उसके पेट मे पिछले दो वर्षों से दर्द बना रहता था गरीबी और अज्ञानता के चलते बच्चा वर्मा आस—पास के झोला छाप डाक्टरों से दवाई ले कर काम चला रहा था जब दर्द ज्यादा बढ़ गया तब मेडिकल कालेज में यूरो सर्जन डा. सोमेश त्रिपाठी को दिखाया। डा. सोमेश ने जांचें कराने के बाद ऑपरेशन कराने की सलाह दी। बच्चा आपरेशन के लिए तैयार हो गया और 6 जून को बच्चा वर्मा का सफल आपरेशन हो गया। बच्चा वर्मा को कुछ दिन मेडिकल कालेज में रखने के बाद डाक्टर ने बच्चा की छुट्टी कर दी अब वह बिल्कुल स्वस्थ्य है। डा. त्रिपाठी ने बताया कि बच्चा वर्मा का एक गुर्दा जन्मजात छोटा है और कम काम रहा है। दूसरे गुर्दे की नली में भी जन्मजात सिकुड़न थी जिससे गुर्दे में धीरे—धीरे सूजन बढ़ रही थी और गुर्दा खराब हो रहा था। अगर समय रहते बच्चा आप्रेशन न कराता तो दूसरा गुर्दा भी खराब हो जाता जिससे उसकी जान जा सकती थी।
डा. त्रिपाठी और उनकी टीम ने लगभग ढाई घण्टे चले आप्रेशन के बाद बच्चा वर्मा का गुर्दा खराब होने से बचा लिया। इस आपरेशन में मरीज को कोई खर्च भी नहीं लगा जो भी सरकारी फीस होती है। बस वही देनी पड़ी, मरीज व उसके परिजन डा. त्रिपाठी और उनकी टीम की खुले कंठ से प्रशंशा कर रहे हैं। इस आपरेशन में डा. सोमेश त्रिपाठी यूरो सर्जन सहित टीम में डा. गुजन एस आर, डा. प्रिया दीक्षित, डा. शैलेन्द्र, डा. आशुतोष एनेस्थीसिया के साथ ओटी स्टाफ शामिल रहा।
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