सरकार की ऋण योजनाओं में रूचि न लेने पर बैंकों के विरुद्ध डीएम ने जतायी नाराजगी

सरकार की ऋण योजनाओं में रूचि न लेने पर बैंकों के विरुद्ध डीएम ने जतायी नाराजगी

अब्दुल शाहिद
बहराइच। विकास भवन सभागार में आयोजित जिला स्तरीय पुनरीक्षण एवं क्रियान्वयन समिति की बैठक में सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न विभागों की ऋण योजना यथा प्रधानमंत्री स्वानिधि योजना, प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोज़गार योजना, राष्ट्रीय आजीविका मिशन, ओडीओपी, मुख्यमंत्री ग्राम रोज़गार योजना, पशुपालन व मत्स्यपालन की प्रगति संतोषजनक न पाये जाने पर कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए लीड बैंक प्रबन्धक को निर्देश दिया कि बैंकों से समन्वय प्रगति में सुधार लाये तथा अपेक्षित सहयोग प्रदान न करने वाले बैंकों के राज्य मुख्यालय को भी अवगत करा दिया जाय जबकि विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि बैंकों से नियमित समन्वय कर पात्र लाभार्थियों को ऋण दिलाकर उन्हे स्वावलम्बी बनाया जाय।जिलाधिकारी ने बैंक अधिकारियों को सचेत किया कि कार्यशैली में सुधार न पाये जाने पर नियमानुसार कठोर दण्डात्मक कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। प्रधानमंत्री स्वानिधि योजना, प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोज़गार योजना, राष्ट्रीय आजीविका मिशन, ओडीओपी, मुख्यमंत्री ग्राम रोज़गार योजना, पशुपालन व मत्स्यपालन से सम्बन्धित योजनाओं तथा सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न्न ऋण योजनाओं की समीक्षा के दौरान बैंकों को निर्देश दिये गये कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पूर्व योजनाओं का लक्ष्य पूर्ण कर ऋण वितरण कराना सुनिश्ति करें, ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोज़गार के अवसर मिल सकें। किसान क्रेडिट कार्ड की समीक्षा के दौरान मत्स्य पालन व पशुपालन में केसीसी कम होने पर बैंकों को निर्देश दिया गया कि मत्स्यपालकों एवं पशुपालकों को केसीसी जारी कराएं।
डीएम ने बैंकों को सुझाव दिया कि आकांक्षात्मक जनपद होने के कारण जिले में रचनात्मक कार्य करें ताकि जिले की प्रदेश व राष्ट्र स्तर पर पहचान मिल सके। डीएम ने बैंकों को यह भी सुझाव एग्रीकल्चर सहित अन्य सेक्टरों में अभिनव प्रयोग कर लोगों को स्वावलम्बी बनने के लिए प्रेरित भी करें। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, जनधन इत्यादि योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि यह योजनाएं देश के आर्थिक विकास एवं देशवासियों के सुरक्षा कवच को ध्यान में रख कर तैयार की गई महत्वपूर्ण योजनाएं हैं, इसलिए बैंक प्राथमिकता के साथ निर्धारित लक्ष्य को पूरा कराएं तथा आधार सीडिंग का कार्य भी शत-प्रतिशत पूर्ण किया जाय।
बैठक के दौरान बैंक एटीएम एवं बैंक मित्र, ऋण जमा अनुपात, वार्षिक ऋण योजना, केसीसी, वित्तीय समावेशन सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। आर-सेटी की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि प्रशिक्षण संस्थान को प्रभावी बनाया जाय, ताकि प्रशिक्षण प्राप्त करने बाद दक्ष हुए युचक-युवतियों को रोज़गार के संघर्ष न करना पड़े। डीएम ने आर-सेटी के माड्यूल को बाज़ार की मांग व स्थानीय आवश्यक्ता अनुरूप रिशफल किया जाय। डीएम ने सुझाव दिया कि शासकीय योजना अन्तर्गत चयनित लाभार्थियों के साथ इच्छुक युवक युवतियों को इलेक्ट्रानिक डिवाइस रिपेयर, प्लम्बरिंग, केले के रेशे से प्रोडक्ट तैयार करने से सम्बन्धित प्रशिक्षण दिलाकर इन्हे स्वालम्बी भी बनाया जाय।
बैठक का संचालन लीड बैंक प्रबन्धक जितेन्द्र नाथ श्रीवास्वत ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर, उपायुक्त उद्योग केशव राम वर्मा, डीसी एनआरएलएम दीपक सिंह, जिला कृषि अधिकारी सतीश पाण्डेय, सहायक निदेशक मत्स्य डॉ. जितेन्द्र, ग्रामोद्योग अधिकारी एस.पी. जायसवाल सहित अन्य विभागीय अधिरकारी, बैंक प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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