मलेरिया के खिलाफ लामबन्द हुआ विभाग
मलेरिया के खिलाफ लामबन्द हुआ विभाग
गोविन्द वर्मा
बाराबंकी। मलेरिया के खिलाफ लड़ाई को लेकर विभाग द्वारा पूरी चौकसी बरती जा रही है।विश्व मलेरिया दिवस पर बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि रूटमलेरिया के खिलाफ लडाई में तेजी लाना इस दिवस का मुख्य उद्देश्य है। जनपद में इस वर्ष जनवरी से अब तक कोई मलेरिया धनात्मक केस नहीं है। जनपद मलेरिया उन्मूलन में एक अच्छे कदम की ओर बढ़ रहा है। विश्व मलेरिया दिवस पर स्वास्थ्य विभाग इसे शून्य श्रेणी यानी मलेरिया मुक्त जनपद बनाने के लिए अस्पतालों, स्कूलों में विभिन्न कार्यकम करेगा।
ये कार्यक्रम संचारी रोग नियंत्रण कार्यकम के साथ ही प्रत्येक सामु०स्वा० केन्द्रों के द्वारा सम्पादित किये जायेंगे। सभी को जनजागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। जनता को शुरूआती लक्षणों, सावधानियों और उपचार विकल्प के बारे में बताया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अपील किया कि लोग अपने घरों के आस-पास साफ-सफाई रखे अगर बुखार आ जाय तो स्वयं इलाज न करें पास के सरकारी केन्द्र में जाकर चिकित्सक से परामर्श करें। जनपद के सभी सामु०स्वा० केन्द्रों मे प्रचुर मात्रा में किट उपलब्ध है। एक समय बदांयू एवं बरेली जनपद में मलेरिया के अधिकतम केस थे जिसकी वजह से देश में उत्तर प्रदेश मलेरिया प्रभावित राज्यों में प्रथम पाँच में था लेकिन इस समय हम अच्छी स्थिति में है। मलेरिया बचाव हेतु आस-पास जल भराव न होने दे। मलेरिया के लक्षण तेज बुखार एक निश्चित अन्तराल पर आता है। इसके बचाव के लिए मच्छरदानी में सोना, आस-पास पानी जमा न होने दे जहाँ जल-भराव तालाब जैसे जल स्थल हो वहाँ मच्छर पर नियंत्रण के लिए गम्बूजिया मछली उसमें डाले, सघन लार्वा सर्वे उनका विनिष्टीकरण, छिडकांव, फॉगिग जैसे संसाधन का प्रयोग कर नियंत्रण किया जा सकता है। इस दौरान समस्त अपर सीएमओ, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, फाइलेरिया नियंत्रण अधिकारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।