सीएचसी परिसर में जलायी गयी दवाओं के मामले में पैंतरा खेल रहे भ्रष्ट डाक्टर
बिना एक्सपायरी डेट की दवाएं जलने का वीडियो हुआ था वायरल
अनुभव शुक्ला
सलोन, रायबरेली। लगातार जिस तरह से सलोन की सीएचसी के डाक्टर अपनी भ्रष्ट कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में रहते हैं, उससे कहीं न कहीं अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि सूबे के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का जिले कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का सपना कभी पूरा होना नामुमकिन हैं।
सलोन सीएचसी के ऐसे गैर जिम्मेदार व लचर कार्यशैली से सुर्खियों में रहने वाले डा. रुपेश जायसवाल जिनको कभी किसी मामले में गुंडों की भूमिका निभाने के लिए सीएचसी अधीक्षक कहा जाता हैं तो कहीं कारनामों पर पर्दा डालने के लिए डाक्टर कहा जाता हैं। आज तक पूरी तरह से यह ही स्पष्ट नहीं हो पाया कि आखिर असली सीएचसी अधीक्षक कौन हैं? पीके बैसवार या फिर रुपेश जायसवाल सवाल? सवाल यह भी उठता है कि यदि रुपेश सीएचसी अधीक्षक के पद पर तैनात हैं तो फिर डाक्टर पीके बैसवार अपने तैनाती स्थल पर न रहकर सीएचसी परिसर के सरकारी आवास में क्यों रह रहे हैं? बीते दिनों सीएचसी परिसर में दवाओं के जलने का वीडियो वायरल हुआ था जिसे अब झुठलाकर भ्रष्ट कारनामों पर पर्दा डालने के उद्देश्य से बाहर का वीडियो होना बताया जा रहा हैं किंतु कैमरे में कैद वीडियो लोकेशन तक सीएचसी सलोन का ही वीडियो होने कि पुष्टि कर रहा हैं। अब देखना यह है कि आखिर ईमानदारी का चोला ओढ़े सीएमओ साहब इन भ्रष्ट व गैर जिम्मेदार कारनामों से सुर्खियों में रहने वाले डाक्टरों पर कार्यवाही करते हैं या फिर हर बार की तरह इस बार भी पर्दा डाल देंगे।
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