जितेन्द्र चौधरी
वाराणसी। जैसे ही सितार के तान से ‘रंग सारी गुलाबी चुनरिया रे‘ की मन को झंकृत कर देने वाली धुन निकली तो नवनिर्मित महर्षि दयानन्द स्टेडियम में मौजूद हर शख्स खुद को झूमने से रोक नहीं पाया। अवसर था सोमवार को डीएवी पीजी कालेज के त्रिदिवसीय युवा महोत्सव ‘उड़ान-20‘ के शुभारंभ का। अन्तर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध सितार वादक देवब्रत मिश्रा ने जैसे ही मंच संभाला तो समूचा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
उन्होंने सबसे पहले राग बसन्त मुखारी में 3 ताल में द्रुत गत एवं झाला, वादन में तैयारी के साथ चयनदारी की तान छेड़ी। इसके अलावा तबले के साथ जुगलबन्दी ने भी उपस्थित जनों को खूब लुभाया। इस मौके पर देवब्रत मिश्र ने कहा कि आज हम पाश्चात्य संस्कृति की ओर भाग रहे हैं तो विदेशी हमारी पुरातन कला एवं संस्कृति की ओर खींचे चले आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जीवन में माता, पिता और गुरू की सेवा बगैर लक्ष्य को हासिल नहीं किया जा सकता है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डा. सत्यदेव सिंह ने कहा कि यह आयोजन युवा शक्ति की उम्मीदों को पंख लगाने के लिए सबसे उपर्युक्त मंच है जहां छात्रों की प्रतिभा को निखारने के साथ उन्हें आगे के लिये तैयार करने का लक्ष्य है। इसके पहले महोत्सव का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इसके बाद मुख्य अतिथि देवब्रत मिश्र का अभिनन्दन उत्तरीय, पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर प्राचार्य डा. सत्यदेव सिंह, मंत्री/प्रबन्धक अजीत सिंह यादव, छात्र अधिष्ठाता डा. विक्रमादित्य राय ने स्वागत किया।
कार्यक्रम का संचालन सांस्कृतिक समिति के समन्वयक डा. राकेश द्विवेदी ने किया। स्वागत नृत्य छात्रा शिल्पा सिन्हा एवं स्वागत गीत विद्या वैभव भारद्वाज ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डा. प्रदीप सेन, डा. अवधेश मिश्रा, डा. ऋचा रानी यादव, डा. अनूप मिश्रा, डा. पूनम सिंह, डा. विजयनाथ दूबे, डा. मीनू लाकड़ा, डा. तरू सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।