मुठभेड़ में मारे गये डकैत का साथी है यह
अखिलेश श्रीवास्तव
लखनऊ। गोमतीनगर में अक्टूबर 2021 में सहारा हास्पिटल फ्लाईओवर के नीचे पुलिस मुठभेड़ के मारे गए बांग्लादेशी डकैत हमजा के साथी को चिनहट पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। एक लाख इनामी साथी असलम को तभी से पुलिस तलाश कर रही थी। इसकी जानकारी डीसीपी पूर्वी हृदेश कुमार ने प्रेस वार्ता में दी। एडसीपी पूर्वी सैय्यद अली अब्बास ने बताया कि एक लाख के इनामी डकैत असलम को चिनहट किसान पथ के पास से शनिवार तड़के पकड़ा गया। असलम खान बांग्लादेश के बुरसल जिला के चौर खली पण्डरिया गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ लखनऊ से लेकर वाराणसी तक लूटपाट, डकैती समेत अन्य गंभीर अपराध के मुकदमें दर्ज थे।
इसको चिनहट इंस्पेक्टर अनिल पाण्डेय और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सतीश साहू और शिवानन्द मिश्रा की टीम ने घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। इसके चार साथियों नासिर उर्फ नासीर, नूर इस्लाम, सुमान और शाहीन की तलाश की जा रही है। यह सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सतीश साहू ने बताया कि असलम साथियों के साथ दुकानों और घरों में धावा बोलकर डकैती करते थे। विरोध पर परिजनों को बंधक कर पीटते थे। इसके बाद रेलवे ट्रेक से पैदल ही भाग निकलते थे। साथ ही रलवे ट्रेक के आस-पास स्थानों पर खण्डहर पड़े भवनों में रहते थे जिससे पुलिस की पकड़ में न आ सके।
यह लोग दिन में वारदात को अंजाम देने के लिए रैकी करते थे और फिर मौका पाते ही घटना को अंजाम देते थे। असमल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि बड़ी लूटपाट की घटना के बाद शहर छोड़ देते थे। इसके लिए अधिकतर हवाई जहाज से जाते थे। टिकट न मिलने पर राजधानी और शदाब्दी ट्रेनो से सफर करते थे। असलम ने बताया कि वह साथी रवीबुल और बिलाल से मिलने के लिये जिला कारागार गोसाइगंज आया था।मुलाकात न हो पाने के चलते चिनहट में एक ठिकाने पर रुकने के लिए जा रहा था। पुलिस के मुताबिक 17 अक्टूबर 2021 को गोमतीनगर सहारा हास्पिटल के पास रेलवे ट्रैक पर स्थानीय पुलिस और डीसीपी पूर्वी की क्राइम टीम के साथ हुई मुठभेड़ में बांग्लादेशी डकैत हमजा मारा गया था। मुठभेड़ के दौरान सिपाही मुकेश चौधरी, नरेंद्र बहादुर और आर्यन शुक्ला को भी गोली लगी थी।
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