आखिर क्यों किया जा रहा है शासनादेश को ताक पर रखकर कार्य?
विशाल रस्तागो
सीतापुर। जब आरोप नगर पालिका परिषद सीतापुर के ईओ वैभव त्रिपाठी व नजूल प्रभारी राकेश मिश्रा पर लग रहे है तो जवाबदेही भी इन दोनो अधिकारियों की ही बनती है। आज पूरा शहर जाम की झाम से परेशान है इसकी जवाब देही किस अधिकारी पर थो पी जाये? यातायात पुलिस व नगर पालिका के वैभव त्रिपाठी जैसे ईओ पर जिन्होने शहर को नीलाम कर दिया और शासना देश तथा आदेशों पर कोई ध्यान नही दिया। नजूल मामले से नगर पालिका परिषद की फाइले भरी पड़ी है न्यायालय में मामले विचाराधीन है इसके बाद भी अब तक कार्यवाही न होना ईओ श्री त्रिपाठी और उनकी मजबूत कड़ी की ओर इशारा कर रहा है। इओ को भले ही पूरी जानकारी न हो लेकिन वर्तमान जवाब देही तो उन्ही की ही बनती है। क्या दबाव बनाकर सच्चाई को दबाया जा सकता है? फिर नगर पालिका की नजूल भूमि पर हो रहे अवैध कब्जों को पुलिस बल हटवा रहा है पुलिस महकमें का बुलडोजर नजूल भूमि पर बनी इमारतो पर चल रहा है।
ऐसे हालातों में भी ईओ वैभव त्रिपाठी शान्त बैठे है वह कोई कार्यवाही करने की हिम्मत ही नही जुटा पा रहे है इसको क्या समझा जाये? नगर पालिका परिषद सीतापुर द्वारा सरकारी धन का दुरूपयोग किया जा रहा है इसका जिम्मेदार कौन है? कार्यवाही के नाम पर मामले को दबाया क्यो जा रहा है? सवाल यह भी है कि ईओ वैभव त्रिपाठी के कार्यकाल में जो गड़बड़ घोटाले हो रहे है उनका खुलासा नही होगा वह दब जायेगे? क्या कभी मौत और हकीकत को भी दबाया जा सकता है? इस सभी सवालों पर गम्भीरता से ईओ वैभव त्रिपाठी को ध्यान देना हेगा। सत्य तो यह है कि मौत को कभी कैद नही किया जा सकता और हकीकत को कभी दबाया नही जा सकता। कुछ मामलो में ईओ वैभव त्रिपाठी के पास जवाब है वह यही कह सकते है कि यह कार्य हमारे कार्यकाल में नही हुआ लेकिन वर्तमान समय में तो कार्यकाल इओ का चल रहा है जो पूर्व में गलती हुई है उनके वर्तमान में सुधारा भी तो जा सकता है।
शहर के अधिकांश शो रूम बिना पार्किंग के संचालित हो रहे है तो कुछ शो रूमो ने सड़क के फुटपात को अपनी पार्किंग के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है तो अधिकांश क्षेत्र में दुकानदारों ने अतिक्रमण करते हुए सड़क पर कब्जा कर लिया है जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। लालबाग से लेकर घण्टाघर और उस क्षेत्र की हर गली अतिक्रमण से पटी पड़ी हुई है। क्या यह ईओ की जिम्मेदारी नही बनती है ि कवह अतिक्रमण को हटाकर अतिक्रमण कारियों पर उचित कार्यवाही करें? शहर के अधिकांश मोहल्ले गन्दगी से पटे पड़े है क्या यह ईओ की जिम्मेदारी नही बनती है कि केन्द्र सरकार के सफाई मिशन में वह सरकार और शासनादेश का ईमानदारी से पालन करें। क्या यह ईओ की जिम्मेदारी नही बनती है कि जो लोग सड़क पर कूड़ा डालकर रहे है और मना करने पर भी नही मान रहे है तो उन कार्य सख्त कार्यवाही की जाये।
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