कोटेदार के भ्रष्टाचार की जांच करने पहुंचा प्रशासनिक अमला, मचा हड़कम्प
कोटेदार के भ्रष्टाचार की जांच करने पहुंचा प्रशासनिक अमला, मचा हड़कम्प
160 बोरी विक्रेता के यहां सरकारी बोरी में रखा राशन का मामला
अनुभव शुक्ला
डीह, रायबरेली। जिले के कोटेदारों के भ्रष्टाचार का कारवां आये दिन अलग-अलग अंदाज में बढ़ता ही जा रहा है। एक ऐसा भ्रष्ट कोटेदार जिसने एक दो नहीं, बल्कि लगभग 160 बोरी सरकारी बोरी राशन विक्रेय के उद्देश्य से आवंटित सरकारी राशन की दुकान से उठाकर गांव के बाहर रोड पर स्थित अपने आवास पर डंप कर लिया किन्तु भ्रष्ट कोटेदार के मंसूबों पर पानी उस समय फिर गया। जब उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मंगलवार को खाद्य निरीक्षक व पुलिस की टीम ने गांव के बाहर रोड पर स्थित गल्ला व्यवसाई की दुकान पर डंप सरकारी बोरी में रखा राशन सहित रंगे हाथों पकड़ लिया जिसका वजन लगभग 105 कुंटल था।
मंगलवार को मामला कि गूंज जिला मुख्यालय पर जाने के बाद जांचोपरांत अतिरिक्त मजिस्ट्रेट जीतलाल सैनी द्वारा अधिक भंडारण को लेकर मंडी समिति के कर्मचारियों को बुलाकर जुर्माना लगा दिया। साथ ही कोटेदार के भ्रष्टाचार की जांच खाद्य निरीक्षक को सौंप दी। दरअसल पूरा मामला सलोन तहसील क्षेत्र के डीह ब्लाक के मऊ ग्राम सभा का है जहां की कोटेदार रीता देवी का मंगलवार को सरकारी 160 बोरी राशन गांव के बाहर विक्रय के बाद गल्ला व्यवसाई राजेश की दुकान पर सरकारी बोरे सहित रंगे हाथों पकड़ा गया। आनन-फानन में खाद्य निरीक्षक ने उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया जहां मामले की जांच करने अतिरिक्त मजिस्ट्रेट जीत लाल सैनी, खाद्य निरीक्षक अविनाश पांडेय पुलिस बल के साथ स्थलीय निरीक्षण करने मौके पर पहुंचे। जांचोपरांत अधिक भंडारण का जुर्माना लगाते हुए अग्रिम कार्यवाही हेतु पत्राचार की बात कही।
बलि का बकरा बना सरकारी बोरी में राशन रखने वाला गल्ला व्यवसायी
सूत्रों की मानें तो डीह ब्लाक के मऊ ग्राम सभा की भ्रष्ट कोटेदार रीता देवी अपने कारनामों पर पर्दा डालने के उद्देश्य से गल्ला व्यवसाई को जिम्मेदारों से सांठ-गांठ कर बलि का बकरा बना दिया। मौके पर स्थलीय निरीक्षण जिम्मेदारों ने भले ही किया किन्तु सरकारी बोरी में रखे राशन व बोरी कहां से आई, इसकी जांच करना मुनासिब नहीं समझा जिससे स्पष्ट है की भ्रष्ट कोटेदार चंद सिक्कों की खनक में अपने कारनामों पर जांच पर्दा डलवा ईमानदारी की चादर ओढ़ लेगा।