खबर का असरः जिले के कुशल प्रशासक जाने जाते हैं जिलाधिकारी
खबर का असरः जिले के कुशल प्रशासक जाने जाते हैं जिलाधिकारी
रामेन्द्र सिंह
पहाड़ी, चित्रकूट। जिलाधिकारी से शिकायत के बाद हरकत में आये अधिकारी, लोकपाल मनरेगा व अन्य अधिकारी ग्राम पंचायत सगवारा पहुंचकर सुनी ग्रामीणों की शिकायतें। बता दें कि सगवारा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने कुछ दिनों पहले ग्राम प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत दी थी जिसके बाद हरकत में आये अधिकारी और आज ग्राम पंचायत सगवारा पहुंचकर लोगो की शिकायतें सुनी। ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायतों में मेडबंदी व समतलीकरण जिसमें मेडबंदी का कार्य तो कुछ किया गया है लेकिन समतलीकरण का एक भी कार्य नहीं हुआ है।
भंवर पाल सिंह जिनके खेत में समतली का कार्य किया गया है। उन्होंने खुद जांच अधिकारी को बताया है कि समतलीकरण प्रधान ने नहीं कराया, हम अपने पैसे से खुद करवाये हैं। जो मजदूर काम किए हैं उन्हें मजदूरी नहीं मिली है, बल्कि जिन्होंने काम नहीं किया हैं उन्हें जाब कार्ड से पैसा दिया जा रहा है। एक ऐसे व्यक्ति के नाम मेडबंदी व समतलीकरण के नाम पर पैसा निकाला गया है जो सगवारा में नहीं है प्रेम सिंह पुत्र लाल सिंह। ग्रामीणों द्वारा की गयी इन शिकायतों को लोकपाल मनरेगा द्वारा सुना गया एवं लोकपाल मनरेगा द्वारा कहा गया की अगर उक्त मामले पर ग्रामीणों द्वारा लगाए गये आरोप सिद्ध होते हैं तो जिम्मेदार ग्राम प्रधान एवं इस पूरे प्रकरण मे संलिप्त हर अधिकारी के ऊपर उचित कार्रवाई की जायेगी।
मौजूदा अधिकारियों ने ग्रामीणों को 3 दिन का समय दिया गया है और कहा गया कि आप अपनी सारी शिकायतें अभिलेख सहित दीजिए दोषियों पर निश्चित रूप से उचित कार्रवाई की जायेगी। वहीं जब पूरे प्रकरण के विषय में ग्राम प्रधान बात की गयी तो उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा किसी भी तरह का कोई भी भ्रष्टाचार नहीं किया गया हर कार्य को उचित मानक के अनुसार ही अंजाम दिया गया है। अब देखना यह है कि जिले के जिम्मेदार अधिकारी इस पूरे प्रकरण को किस तरह से निपटाते है एवं अगर उक्त मामले में कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर कहां तक कार्यवाही होगी?
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