पानी की निकासी नहीं होने के कारण ठेकेदार व अफसरों पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
पानी की निकासी नहीं होने के कारण ठेकेदार व अफसरों पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
नाले का पानी ग्रामीणों के घरों और खेतों में भरने से लाखों के नुकसान की जताई आशंका
जयेश बादल
ललितपुर। ठेकेदारों की लापरवाही का खामियाजा भारी बरसात के दिनों में ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। भारी बरसात के कारण कस्बे के नाले पर बनाई गई पुलिया से पानी की निकासी होने और ठेकेदार द्वारा निर्माण के बाद नाली से मिट्टी ना उठाने के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिस कारण ग्रामीणों की घरों में पानी भर जाने के कारण उनके घर में रखा हुआ घर गृहस्ती का लाखों रुपए का सामान खराब हो गया। इसके साथ ही ग्रामीणों के कई मवेशी भी पानी में डूब गए, जिन्हे बड़ी मुश्किल से बचाया गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार की बड़ी लापरवाही है और शिकायत करने के बाद भी अधिकारियों ने मामला संज्ञान में नहीं लिया, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। उनके घरों में पानी भरने के बाद भी उन्हें कोई प्रशासनिक मदद नहीं मिली, जिस पर ग्रामीणों का आक्रोश उभरकर सामने आ रहा है। नाली में पानी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के खेतों की फसलें भी जलमग्न हो गई है जिससे किसानों को भी खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है । मामला विकासखंड बार के स्थानीय कस्बा का है।
मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले विकास खण्ड बार के स्थानीय कस्बे के बानपुर रोड पर हिंदुस्तान पेट्रोल पम्प के पास एक पुल का निर्माण पीडब्ल्यूडी द्वारा ठेकेदार के माध्यम से करवाया था, तो वहीं पुराने बाले कच्चे पुल के ध्वस्त होने के बाद पास पड़ी हुई मिट्टी क़ो ठेकेदार द्वारा उठवा कर पानी का रास्ता साफ नहीं कराया गया था। हालांकि ग्रामीणों ने उसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की थी लेकिन ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसका आज खामियाजा वहां के निवासियों को भुगतना पड़ रहा है।
जनपद में पिछले 48 घंटों से हो रही लगातार तेज बारिश के कारण नाले के पानी की निकासी नही हो पायी जिससे ग्रामीणों के घरों मे नाले का गंदा पानी भर गया इसके साथ ही आसपास किसानों की फसल भी उक्त पानी में डूब गई है जिससे उन्हें नुकसान का खामियाजा न भुगतना पड़ रहा है। घरों और खेतों में पानी घुसने से ग्रामीणों का आक्रोश प्रशासनिक अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ फूट पड़ा। ग्रामीणों ने घंटों सड़क पर जाम लगाए रखा लेकिन कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा ना उन्हें सांत्वना दी जिससे उनका आक्रोश पनप रहा है। इस मामले मे ग्रामीणों ने भारी नुकसान की बात कह रहें है वही किसानो ने भी लापरवाह अधिकारी और ठेकदारों पर कार्यवाही की मांग की है। क्योंकि इन्ही लोगो की गलती के कारण यह सब हुआ है और कई किसानो की फसले जलमग्न हो गयी है वही नाराज किसानो और ग्रामीणों ने सड़क जाम कर कार्यवाही की मांग कर रहें अब तक मौके पर कोई भी सम्बंधित अधिकारी नही पंहुचा।
इस मामले में ग्रामीण महिला रामकुअँर, कुंजी पुत्र पर्वत और ग्रामीण खुशीलाल अहिरबार ने बताया कि पुलिया निर्माण के बाद ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरती गई और पुराने कच्चे पुल का मलमा नहीं उठाया गया, जिस कारण आज यह स्थिति बनी हुई है। पिछले 48 घंटों से लगातार हो रही बारिश से उनके खेतों की फसलें जलमग्न हो गई है तो वहीं उनके घरों में पानी घुस गया है। गांव में पानी घुसने के कारण उनका घर गृहस्ती का लाखों रुपए का सामान तबाह और बर्बाद हो गया, तो वहीं उनके कई मवेशी डूब गए थे जिन्हें बड़ी मुश्किल से बचाया गया है, क्योंकि नाले के पानी की निकासी नहीं हो पा रही थी। इसके पहले अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन अधिकारियों ने मामला संज्ञान में नहीं लिया जिसका खामियाजा भुगत रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को दोषी बताते हुए कहा कि कोई भी अधिकारी अब तक उनकी सुध लेने नहीं आया।
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