भीड़ ने पुलिस पर किया हमला, थानाध्यक्ष सहित छह पुलिसकर्मी व दो पत्रकार घायल | #TEJASTODAY
अतुल राय जलालपुर, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के आशापुरा नहोरा गांव निवासी एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने पर बृहस्पतिवार की सुबह मृतक के परिजनों ने थाने में पहुंचकर शव को दिखाने तथा हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे तथा पुलिस पर विपक्षी से मिले होने का आरोप लगाने लगे। पुलिस परिजनों को समझाने बुझाने में नाकाम रही कि मृतक युवक का एक्सीडेंट हुआ अथवा हत्या की गई है जिससे परिजन तथा उसके साथ आए लोग पुलिस प्रशासन विरोधी नारे लगाते हुए हंगामा करने लगे किसी तरह हल्का झड़प के बाद आक्रोशित परिजन जलालपुर चौराहे पर पहुंचकर राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। यहां पर भीड़ को समझाने के लिए बिना तैयारी की पहुंची पुलिस पर भीड़ ने पथराव कर दिया। इसके बाद लगभग दो सौ मीटर पर पुलिस को खदेड़ दिया। कुछ देर बाद पुलिस ने लाठी चार्ज करके भीड़ को हटाकर राजमार्ग खुलवाया।
बताते हैं कि मृतक गुलाब राजभर 35 वर्ष पुत्र दूधनाथ राजभर निवासी आशापुर नहोरा गांव के ही विनय यादव पुत्र बिरजू यादव के ट्रैक्टर पर लेबर का कार्य करता था। शाम को विनय यादव ने मृतक के घर जाकर उसको बुलाया और साथ लेकर चला गया। देर रात में विनय यादव ने मृतक के घर फोन द्वारा सूचना दिया कि आपके लड़के का त्रिलोचन बाजार के समीप एक्सीडेंट हो गया है जिनका फूलपुर वाराणसी में इलाज चल रहा है परिजन जब फूलपुर बाजार स्थित अनमोल हॉस्पिटल पहुंचे तो वहां कोई नहीं मिला इसके बाद परिजन स्थानीय थाने पर आया और पूछताछ किया तो बताया गया कि गुलाब राजभर की मौत हो चुकी है। आप लोग सुबह थाने पर आइएगा जब गुरुवार की सुबह परिजन थाने पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जिससे परिजन आक्रोशित हो गए तथा पुलिस पर विपक्षी से मिले होने का आरोप लगाते हुए शव को दिखाने की मांग करने लगे।
वहीं पुलिस का कहना था कि ट्रैक्टर बोलेरो की टक्कर में गुलाब की मौत हुई है। उसका शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक के परिजन बेवजह हंगामा कर रहे हैं। पुलिस परिजनों को समझाने में नाकाम रही कि एक्सीडेंट हुआ अथवा गुलाब की हत्या की गई है। इसी बात से आक्रोशित ग्रामीणों सहित परिजनों ने पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। पुलिस को भीड़ हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग करते हुए तितर-बितर कर दिया जिससे गुस्साए ग्रामीणों सहित परिजनों ने चौराहे पर पहुंचकर राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। दोनों तरफ वाहनों की लम्बी लाइनें लग गई। पुलिस के पास अपनी कोई तैयारी नहीं थी किसी के पास भी भीड़ नियंत्रण करने वाला कोई व्यवस्था अथवा उपकरण नहीं था।
पुलिस के समझाने बुझाने के बाद भी उग्र भीड़ जाम खोलने के लिए तैयार नहीं थी। पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए भीड़ को हटाना चाहा तो भीड़ और उग्र हो गई और पुलिस पर पत्थरबाजी करने लगी जिससे थानाध्यक्ष सहित छह पुलिसकर्मी तथा दो पत्रकार घायल हो गए। पुलिस अपनी जान बचाकर भागने लगी पुलिस को लगभग 200 मीटर तक भीड़ ने खदेड़ दिया। पुनः पुलिस ने एकजुटता दिखाते हुए भीड़ पर लाठी चार्ज कर दिया तब जाकर भीड़ तितर-बितर हो गई। लगभग ढाई घंण्टे बाद जाम समाप्त हुआ। सूचना पर क्षेत्राधिकारी तथा उप जिलाधिकारी केराकत मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल में जुट गये।
बच्चों के सिर से उठा पिता का साया मृतक गुलाब राजभर दो बच्चों श्रीसंत राजभर (7) तथा अनिल राजभर (4) का पिता था। पत्नी माला राजभर का रो रोकर बुरा हाल था। किसी तरह से मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करता था।