डायरिया की चपेट में आने से दर्जनों लोग बीमार
जिम्मेदार अंजान, गांव में गन्दगी का अम्बार
रविन्द्र पाल
डलमऊ, रायबरेली। भीषण गर्मी व हीटवेव के बीच आसमान से बरस रही आग के कारण जिले में डायरिया का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। विगत दिनों दो किशोरियों की मौत के बाद भी जिले में डायरिया की रोकथाम नहीं हो पा रही है। अब एक ही गांव के दर्जनों मरीजो को डायरिया ने अपनी चपेट में ले लिया है। जिला अस्पताल से लेकर सभी क्षेत्रीय अस्पताल व ग्रामीण इलाकों में भी डायरिया के मरीज लगातार परेशान हो रहे हैं। वार्डों से लेकर अस्पताल परिसर के अंदर भी डायरिया के मरीज देखे जा सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक डलमऊ थाना क्षेत्र के पूरे जुड़ावन मजरे सुरसना गांव में डायरिया ने विकराल रूप धारण कर रखा है जिसमें अमरनाथ पुत्र बैजनाथ, कल्पना पत्नी अमरनाथ, वार्षिका पुत्री अमरनाथ, अंजू, संगीता, महिमा, राजपती, निर्मला, सोनी, उर्मिला, गीता व लता को डायरिया ने अपनी चपेट में ले रखा है। क्षेत्र में बढ़ रही डायरिया की मरीजों की संख्या बहुत ही चिंताजनक है। स्वास्थ्य महकमा लगातार इन सब बीमारियों के मामलों से दूरी बनाए हुए है और अनजान बना बैठा है । गांवों में गंदगी का अंबार है। अधिकांश गांवों में नालियां बजबजा रही हैं। सफाई कर्मी मात्र फोटो खिंचाकर सफाई करने तक ही सीमित हैं।
विदित हो कि जगतपुर थाना क्षेत्र के रामगढ़ टिकरिया से आई मानसी पुत्री छेदी लाल अपने मामा अमरनाथ के यहां अपनी जान गंवा चुकी है। वहीं थुलरई गांव के पूरे तिवारी निवासी भी एक मासूम की जान डायरिया की चपेट में आने से चली गई। मामले के बाबत सीएचसी डलमऊ के अधीक्षक नवीन कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि घरों का सर्वे कराया गया है। 3 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। मरीजों को इलाज के बेहतर प्रयास किये जा रहे हैं। मरीजों से टीम सम्पर्क में है। अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को भी मौके पर भेजकर निगरानी कराई जा रही है।
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