कृषि विज्ञान केन्द्र कोटवा में 18वां राष्ट्रीय गाजर घास जागरूकता सप्ताह 22 तक
देवी प्रसाद शर्मा
आजमगढ़। आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र आजमगढ़ द्वारा 18वां राष्ट्रीय गाजर घास जागरूकता सप्ताह 16 से 22 अगस्त में चलाया जा रहा है। उक्त अभियान के अंतर्गत आज दिनांक 17-08-2023 को कृषि विज्ञान केंद्र कोटवा एवं कृषि महाविद्यालय आजमगढ़, पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। केन्द्र के प्रभारी अधिकारी प्रो. डी.के. सिंह ने बताया कि गाजरघास में विनाशक गुण है और हर जलवायु मौसम में बढ़ने, फूलने, फलने तथा पकने की क्षमता, बीज का तुरंत जमाव इसकी खतरनाक खरपतवार की विशिष्टता है जिससे इसका अनवरत फैलाव फसलों एवम् पर्यावरण को भी हानि पहुंचा है। डॉ रुद्र प्रताप सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक फसल सुरक्षा ने बताया कि गाजर घास को नष्ट करने के लिए मैक्सिकन बीटल, जाइगोग्रामा का संरक्षण व संवर्धन करें। केंद्र के मृदा वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रणधीर नायक ने बताया कि फूल आने के पहले गाजरघास को खेत में मिलाने व कम्पोस्ट बनाने हेतु जानकारी दी| डा. अर्चना देवी ने बताया कि इसके परागकणों से मनुष्यों में होने वाली दमा जैसी जानलेवा बीमारी, त्वचा स्पर्श से शरीर में एलर्जी होती है। डॉ विजय विमल ने बताया कि गाजर घास गांव में पशुशाला एवं घरों के आस—पास की जगहों पर उग जाते हैं जो फसलों के साथ मिट्टी को भी खराब करते हैं। सस्य वैज्ञानिक डा. संजय कुमार ने कहा कि गाजर घास का समूल नाश बहुत ही जरूरी है। विद्यालय के बच्चों को भी गाजर घास के विषय में जागरूक किया गया।
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