जिले के इस इंस्पेक्टर से नहीं सम्भल रही थाने की कमान, फिर हुई दिनदहाड़े छिनैती, नहीं मिला सुराग
आधा दर्जन से अधिक मामलों का खुलासा करने में नाकाम थानाध्यक्ष की लचर कार्यशैली से क्षेत्र में डर का माहौल
लालगंज थाना क्षेत्र के ओरी मजरे महाखेड़ा की महिला से दिनदहाड़े 20 हजार रूपये लेकर उचक्के फरार
अनुभव शुक्ला
लालगंज, रायबरेली। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र अराजक तत्वों का गढ़ सा बन गया है। आए दिन लूट, छिनैती, मारपीट व हत्या की घटनाएं होना आम बात हो गई हैं। बीती बुधवार को भी एक महिला से बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस को चुनौती देते हुए 20 हजार की लूट कर ली और लालगंज पुलिस लकीर पीटती नजर आई। बीते समय में लालगंज में हुई घटनाओं का पर्दाफाश अभी तक नहीं हो पाया लेकिन लालगंज में लगातार आपराधिक घटनाएं कारित होती रहती हैं। लालगंज कोतवाल पर किस खादी या खाकी का वरदहस्त प्राप्त है कि अंकुश लगाने में नाकाम रहने के बाद भी पुलिस अधीक्षक अभिषेक अग्रवाल की हिम्मत नहीं बन पा रही कि उन पर कार्रवाई कर सके। फिलहाल लालगंज की जनता इस तरह के पुलिसराज में अपने को पूरी तरह असुरक्षित महसूस कर रही है। अब देखना यह है कि इस तरह के खौफ में कब तक स्थानीय जनता को जीने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
विदित हो कि लालगंज थाना क्षेत्र स्थित बैंक से पैसा निकाल कर जा रही महिला से बाइक सवार लुटेरो ने 20 हजार रूपये दिन-दहाड़े छीनकर नौ दो ग्यारह हो गए। महिला के चीखने की आवाजें सुनकर जब तक आसपास के लोग मदद के लिये पहुचतें तब तक लुटेरे बाइक समेत फरार हो गये। मामला जिले के लालगंज थाना क्षेत्र स्थित पूरे ओरी मजरे महाखेड़ा गांव का है जहां की निवासिनी माया देवी पत्नी बुद्वी लाल पासवान कस्बे के बेहटा चौराहा स्थित यूनियन बैंक के अपने खाते से 20 हजार रूपये लेकर घर जा रही थी तभी मलपुरा गांव के पास हेलमेट लगाये दो बाइक सवारों ने जबरन उसके पैसे छीन लिये। जब तक वह कुछ समझ पाती और लोगों को मदद के लिये बुलाती तब तक लुटेरे मौके से फरार हो गये। कस्बे के निकट दिनदहाड़े हुई इस प्रकार की लूट से लोगो में आक्रोश फैल रहा है। पीडित ने मामले की तहरीर कोतवाली पुलिस को दी है किंतु अब तक पुलिस सुराग नहीं लगा सकी है।
धाकड़ पकड़ रसूख की अकड़ से महीनों से लालगंज थाना की कुर्सी पर काबिज लालगंज इंस्पेक्टर
यूं तो लालगंज थाना में तैनात इंस्पेक्टर शिवशंकर सिंह बड़बोलेपन को लेकर कई बार सुर्खियों में आये हैं किंतु यदि बात इनकी दिलेरी कि करें तो कुछ माह पूर्व लालगंज कस्बे में ही हुई 65 लाख की लूट में दिन-रात हांफे किंतु सुराग तक नहीं लगा पाए जब पूर्व एसपी आधा दर्जन टीम के साथ लालगंज थाना में डेरा डाले तब कहीं जाकर मामले का खुलासा हुआ था। जिले में कई काबिल इंस्पेक्टर एक साल से ऊपर वरिष्ठ बैच के इंस्पेक्टर एसपी कार्यालय में फाइल ढोते नजर आते हैं किंतु लालगंज थाना क्षेत्र को लूट चोरी व अराजकता के गढ़ में तब्दील करने वाले चकड़ इंस्पेक्टर शिवशंकर सिंह कि धाकड़ पकड़ और रसूख कि अकड़ के आगे शायद पुलिस महकमें के मुखिया भी पस्त पड़ चुके हैं जो गम्भीर वारदातों में इंस्पेक्टर शिवशंकर सिंह पर कार्यवाही क्या खुलासा करवाने का दबाव बनाने में भी डरते हैं। आखिर कब तक लालगंज थाना क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में जियेंगे, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
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