अंकित सक्सेना
बदायूं। जिलाधिकारी मनोज कुमार ने कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में सूखा व बाढ़ होने की स्थिति में किए जाने वाले बचाव कार्यो व कार्ययोजना के संबंध में आहूत बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सूखा व बाढ़ से कोई जनहानि ना हो यह सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारियों से कहा कि आगामी 15 अप्रैल तक बाढ़ से संबंधित कार्ययोजना उपलब्ध कराए। जिलाधिकारी ने कहा कि गत वर्ष के अनुभव के आधार पर बाढ की कार्य योजना बनाई जाए। बाढ़ के दौरान राहत चैपाल लगाई गई तथा बाढ़ से पूर्व बाढ़ प्रभावित ग्रामों की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी भी कराई गई। उन्होंने बाढ़ प्रभावित रहे ग्रामों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामों में बाढ़ शरण स्थल को चिन्हित किया जाय, ताकि विषम स्थिति उत्पन्न होने पर ग्रामवासियों को वहां शिफ्ट कराया जा सके। उन्होंने निम्न, मध्यम व उच्च फ्लड एरिया के आधार पर ग्रामों का चिन्हीकरण करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि गत वर्ष के अनुभव के आधार पर पानी कहां-कहां तक पहुंचा, बंदे कहां-कहां तक बने हैं, आदि विषयों पर कार्य योजना उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग अधिकारी परस्पर समन्वय के साथ कार्य करें। गत वर्ष में 42 ग्रामों में 51 दिन बाढ रही जिसमें सभी राहत कार्य कराए गए। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों से कहा कि वह सुनिश्चित करें कि विद्युत की चिंगारी से सूखा के दौरान भूसे में आग ना लगे। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त वैभव शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, पीडी डीआरडीए, अधिशासी अभियंता सिंचाई सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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