मंदिरों व घरों में हुई पूजा-अर्चना, व्रत रखकर की फल की कामना
अश्वनी सैनी
उन्नाव। चैत्र नवरात्र के 5वें दिन स्कंदमाता के दर्शन के लिए शनिवार भोरपहर से नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में भक्तों की अपार भीड़ लगी रही। वहीं श्रद्धालुओं ने मंदिरों व घरों में माता की विधि विधान से पूजा अर्चना की। वहीं कुछ लोगों ने व्रत रखकर मनोवांछित फल की कामना की। साथ ही मंदिरों में मुंडन संस्कार कराने के लिये लोगों की भारी भीड़ लगी रही। मां स्कंदमाता के स्वरूप के दर्शन के लिये मां के दरबार को भव्य तरीके से सजाया गया। मंदिरों में भोर पहर से लेकर देर शाम तक माता के भक्तों की भीड लगी़ रही। घरों में मां का पूजन और दुर्गा सप्तशती का पाठ किया गया। घरों में स्थापित कलश की पूजा अर्चना करने के साथ ही मंदिरों में भी भक्तों ने मत्था टेक मां से मनोकामना सिद्ध करने की प्रार्थना की। दिनभर मां के जयकारे लगते रहे। सतीश द्विवेदी ने बताया कि मां स्कंद माता की विधि विधान से पूजा अर्चना करने से ऐच्छिक मनोकामनाएं पूरी होती है। उन्होंने बताया कि नवदुर्गा का 5वां स्वरूप स्कंदमाता का है। यह माता 4 भुजाधारी कमल के पुष्प पर बैठती हैं, इसलिए मां को पद्मासना देवी भी कहा जाता है। इनकी गोद में कार्तिकेय भी बैठे हुये हैं। इनकी पूजा से कार्तिकेय की पूजा स्वयं हो जाती है। पौराणिक मान्यता है कि स्कंदमाता की आराधना से सूनी गोद भी भर जाती है।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।