मारपीट में घायल दुकानदार की उपचार के दौरान हुई मौत, स्वजन ने हत्या का लगाया आरोप
अस्पताल में सुधार न होने पर डॉक्टर के रेफर करने पर परिजन लखनऊ अस्पताल में करा रहे थे उपचार
अश्वनी सैनी
उन्नाव। बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के आशायस गांव में बीते 6 अप्रैल को किराना दुकानदार की पडोस के ही आधा दर्जन लोगों ने लाठी—डंडों से पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। परिजनों ने घायल दुकानदार का सीएचसी बांगरमऊ व जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। हालत में सुधार न होने पर जिला अस्पताल से रेफर कर दिया गया था। परिजन उसका लखनऊ के निजी अस्पताल में इलाज करवा रहे थे। शुक्रवार देर षाम इलाज के दौरान तबियत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई। उसके बाद परिजन षव को लेकर गांव आ गये। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के बादषव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पीएम हाउस में मौजूद परिजनों ने पीट पीटकर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के आशायस गांव के रहने वाले राकेश 48 अम्बरलाल घर के बाहर स्थित किराना की दुकान चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। दिवंगत राकेश के इकलौते बेटे बृजेश ने आरोप लगाते हुए बताया कि बीते छह अप्रैल को पिता दुकान पर बैठे थे। फोन पर गांव के ही रहने वाले आशीष से दुकान का सौदा मंगवाने की बात कर रहे थे। इसी दरम्यान उधर से गुजर रहे पडोसी सर्वेश ने सोचा कि हमें गाली दे रहा है। जब तक वह कुछ समझ पाता तब तक पडोस के ही रहने वाले अवधेश, सर्वेश, रीशू, उपासना, सुशीला व रसना ने लाठी—डंडों से राकेश को पीटकर जख्मी कर दिया। जख्मी राकेश को इलाज के लिए परिजन बांगरमऊ सीएचसी में भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के डॉक्टर ने हालत नाजुक देख उसे कानपुर रेफर कर दिया लेकिन परिजन बेहतर इलाज के लिए उसे लखनऊ स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज चल रहा था।
शुक्रवार देर षाम तबियत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई। परिजन शव को लेकर घर आ गए और मृतक राकेश के भाई राजेश ने पुलिस को तहरीर देकर शव का पोस्टमार्टम कराए जाने की गुहार लगाई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। राकेश की मौत से पत्नी सुमन व इकलौता बेटा बृजेश तथा दो विवाहित बेटियां सोमवती व श्याम कुमारी रो-रोकर आहत होती रही। षनिवार दोपहर षव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने परिजनों को सौप दिया। षव घर पहुंचते ही परिजनों व नाते रिष्तेदारों में कोहराम मचा रहा।
नहीं की कार्यवाही, मारपीट के दूसरे दिन करवा दी सुलह
उन्नाव। राकेश की मौत के बाद षनिवार सुबह भाई राजेश पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। बताया कि राकेश व अवधेश का घर आमने—सामने हैं। शौचालय के पास लघुशंका करने को लेकर राकेश व अवधेश से विवाद हुआ था। इसी बात की खुन्नस के चलते 6 अप्रैल को इन लोगों ने मिलकर राकेश की लाठी—डंडों से पिटाई कर दी थी। पीड़ित राकेश ने थाने में मारपीट की तहरीर दी थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई न कर दबाव बना 7 अप्रैल को सुलह करवा दिया था। जख्मी राकेश का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा था। शुक्रवार देर षाम इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।