साधू का गला काटकर उतारा था मौत के घाट
सोमवार की रात हुई थी सेवादार की हत्या
धड़ से करीब 1 मीटर दूर पड़ा मिला था सिर
भाई की तहरीर पर दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा
अश्वनी सैनी
उन्नाव। औरास थाना क्षेत्र के आलमखेडा गांव में ब्रह्मदेव मंदिर के जिस सेवादार की सोमवार रात हत्या की गई थी जिसकी पहचान हो गई है। मृतक कुशीनगर जिले का रहने वाला था। मृतक के बडे भाई ने पुलिस को तहरीर देकर बाबा पर हत्या का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक कुशीनगर जिले के विशुनपुर थाना क्षेत्र के कुवैरा सुवालपट्टी मिश्रौली गांव निवासी अजीत मिश्रा 35 पुत्र रंगजीत मिश्रा बीते चार नवंबर को स्वजन से बिना बताए घर से निकल गया था। वह अक्सर बिना बताए घर से चला जाता था और कई-कई दिन नहीं तक घर नही लौटता था। वह नशे का आदी था और घर-परिवार के लोगों से अक्सर मारपीट करता था जिससे परिवार को उससे कोई लगाव नहीं था और गुमशुदगी भी नहीं दर्ज कराई थी। बताया जाता है कि करीब 15 दिन पूर्व औरास थानाक्षेत्र कें नेहरा बाबा मंदिर में हो रही भागवत कथा में वह आ गया था। गांव के युवकों ने उससे बातचीत करते हुये ब्रह्मदेव बाबा मंदिर के पुजारी गहरावां गांव निवासी मैकू साईं के पास लाए। उन्होंने अजीत को सेवादार के रूप रख लिया था। तब से वह बाबा को भोजन बनाकर खिलाता और साफ सफाई करता था। ग्रामीणों के मुताबिक सोमवार देर शाम साधु अजीत मिश्रा जमालनगर गांव स्थित दुकान से राशन सामग्री लेकर वापस लौट रहा था। तभी ब्रह्मदेव मंदिर से 200 मीटर पहले शिव मंदिर के पुजारी बबलू पासवान ने बांके से ताबडतोड कई वार कर अजीत की गर्दन धड से अलग कर दिया था। साधु की हत्या से गांव में सनसनी फैल गई थी।
भाई ने की दिवंगत की पहचान
उन्नाव। हत्या की सूचना पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक प्रेमचंद्र, सीओ अरविंद कुमार ने घटना की जांच की तो आधार कार्ड मिला जिसमें कुशीनगर जिले का पता लिखा था। कुशीनगर जिले की पुलिस से संपर्क कर दिवंगत के परिजनों तक पहुंची। मंगलवार को मृतक के भाई राजन मिश्र, उपेंद्र परिजनों के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने अजीत के सिर में बचपन से कटे का एक निशान होने की बात बताई और चेहरे और उसी निशान के आधार पर भाई के रूप में पहचान की। भाई को मृत अवस्था में देख राजन रो पडा।
शुक्लागंज में हुआ अंतिम संस्कार
उन्नाव। दिवंगत के भाई राजन मिश्र ने शिव मंदिर में रहने वाले बाबा बबलू पासवान के खिलाफ तहरीर दी है। सीओ अरविंद कुमार ने बताया कि भाई की तहरीर के आधार पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। स्वजन शव ले जाने को तैयार नहीं थे। उन्हें कार्यवाही का भरोसा देकर समझाया गया। उसके बाद भाई ने शुक्लागंज में षव का अंतिम संस्कार कर दिया है। पुलिस की टीमे हत्यारोपी की तलाश कर रही है। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने बताया कि हत्यारोपी मोबाइल नहीं रखता था। अन्य माध्यमों से उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
5 साल पहले हत्यारोपी ने छोड़ा था गांव
उन्नाव। हत्यारोपी बबलू पासवान मूल रूप से हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के मुन्नी खेडा गांव का रहने वाला है। बबलू के पिता होरी लाल ने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी से बबलू था और दूसरी पत्नी से पिंटू और बउवा हैं। माता-पिता की मौत के बाद पारिवारिक विवादों के चलते पांच साल पहले उसने अपना घर छोड दिया था। इसके बाद कुछ दिनों तक वह अपनी ननिहाल औरास थाना के आलमखेडा गांव में रहा था। लेकिन नशा करने और मारपीट करने से परेशान होकर ननिहाल वालों ने भगा दिया था। तब से वह शिव मंदिर में रह रहा था।
नशे में विवाद या प्रेम प्रसंग में हत्या, पुलिस कर रही जांच
उन्नाव। अजीत मिश्र की गर्दन काटकर की गई निर्मम हत्या प्रेम प्रसंग में हुई या नशे की हालत में विवाद के बाद हुई है। परिजनों के मुताबिक मृतक नशे का आदी भी था और हत्यारोपी के भी नशा करने की चर्चाए है। पुलिस हत्यारोपी की गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई है। पुलिस टीम संभावित स्थानों पर दबिश दे रही है। ग्रामीण भी हत्या के पीछे का कारण जानना चाहते हैं।
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