गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्ड से पुरस्कृत काव्य संग्रह हाइपरपोएम में डा. बृजेश व वर्षा की कविताएं हुईं शामिल
रूपा गोयल
बांदा। अंग्रेजी साहित्य की कई विधाओं में 8 पुस्तकें लिखने वाले बाँदा के सुदामापुरी मोहल्ले के डॉ. बृजेश कुमार गुप्ता मेवादेव वर्तमान में वर्ल्ड यूनियन ऑव पोएट्स इटली के सेक्रेटरी जनरल हैं व सर्बिया, हैती, नाइजीरिया, ब्राज़ील की संस्थाओं से डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्तकर्ता, मेवादेव ग्रंथ अकैडमी के संस्थापक डॉ. बृजेश व कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित उनकी धर्मपत्नी वर्षा गुप्ता की कविता रूस से प्रकाशित हुए काव्य संग्रह हाइपरपोएम में शामिल हुई है। इस काव्य संग्रह को गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया है। इस प्रकार कवि दम्पत्ति का नाम भी गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। इस काव्य संग्रह में विश्व के 90 देशों के 1692 कवियों ने प्रतिभाग किया है। हाइपरपोएम के मुख्य संपादक अलेक्जेंडर क़ाबिशेव ने आप दोनों की कविता शामिल होने हेतु बधाई दी व उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। 27 पुस्तकों के सम्पादक डॉ. बृजेश के सम्मान में अफ्रीकी देश बिरलैंड राज्य पहले ही डाक टिकट जारी कर चुका है। डा. बृजेश अपने प्रथम ट्रस्ट के अंतर्गत तीन अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित कर चुके हैं। वर्तमान समय में डा. बृजेश एसके महाविद्यालय जैतपुर महोबा में प्राचार्य पद पर आसीन हैं। हाल ही में डा. बृजेश कुमार गुप्ता मेवादेव को उनके द्वारा संपादित पुस्तक ‘द मैन : पुरुष विमर्श’ के लिए युगधारा फाउंडेशन, लखनऊ व इसकी नागपुर इकाई द्वारा आयोजित कार्यक्रम अभिव्यक्ति में साहित्य अभ्युदय सम्मान व सर्बिया गणराज्य के राइटर्स एसोसिएशन द्वारा अपोलो सिरमिनेसिस 2023 पुरस्कार उनके साहित्यिक कृतियों के लिये से सम्मानित किया गया है। डा. बृजेश व उनकी पत्नी वर्षा लगातार पुस्तकों के लेखन व संपादन का कार्य कर रहे हैं।
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