रूपा गोयल
बांदा। हमारे समाज में डॉक्टर को भगवान का रूप कहा जाता है। यह अलग बात है कि कभी—कभी डाक्टरों पर आरोप भी लगते रहते हैं लेकिन हमारे समाज मे आज भी बहुत से ऐसे डॉक्टर मौजूद हैं जो अपने पद की गरिमा का ध्यान रखते हुए समाज हित के लिए ऐसे कार्य करते रहते हैं जिसकी वजह से लोग डॉक्टर को भगवान का रूप कहते ही नहीं, बल्कि मानते भी हैं। ऐसा ही एक नाम है बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज के गायनी डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर गोल्ड मेडलिस्ट एमएस गायनी डाक्टर नीलम सिंह का। डा. नीलम सिंह ने एक बार फिर गरीब मरीज के लिए अपने शरीर का खून देकर साबित कर दिया है कि डॉक्टर को भगवान का रूप जो कहा जाता है वो सही है।
बता दें कि बांदा के निम्नीपार स्थित कांशीराम कालोनी निवासी सर्वर खान की एक वर्ष की पुत्री खुशी को खून की कमी हो गई थी। डाक्टर ने खून चढ़वाने की सलाह दी लेकिन सर्वर के पाश कोई डोनर नहीं होने की वजह से खून नहीं मिल पा रहा था। सर्वर अपनी समस्या लेकर सेवर्स ऑफ लाइफ। ब्लड डोनर नेटवर्क के अध्यक्ष सलमान खान के पास पहुंचे सलमान ने सर्वर की समस्या को गम्भीरता से लेते हुए अपनी संस्था के वाट्सएप ग्रुप पर गरीब बच्ची के लिए रक्तदान की अपील डाल दी। जब यह जानकारी डा. नीलम सिंह तक पहुंची तो उन्होंने बच्ची के लिए जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंचकर तक्तदान किया जिससे खुशी की जान बच गई। डा. नीलम सिंह के इस कार्य के लिए सेवर्स ऑफ लाइफ के अध्यक्ष सलमान खान और जिला अस्पताल के सीएमएस डज्ञ. आरके गुप्ता शादाब खान ने नीलम सिंह को प्रशस्ति पत्र दे कर सम्मानित किया। रोटी बैंक सोसाइटी के अध्यक्ष अली और प्रीति शिवहरे वर्ल्ड स्नैप कम्प्यूटर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट की डायरेक्टर आशियाना सोशल रिफार्म एसोसिएशन आसरा की अध्यक्ष शशी प्रजापति वरिष्ठ समाजसेवी जावेद खान आदि ने डा. नीलम सिंह के इस कार्य की सराहना करते हुये बुकें देकर उनका सम्मान किया।
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