तानाशाही फरमान से खफा होकर अधिवक्ताओं ने तहसीलदार के खिलाफ खोला मोर्चा
तानाशाही फरमान से खफा होकर अधिवक्ताओं ने तहसीलदार के खिलाफ खोला मोर्चा
महराजगंज व सलोन के बाद ऊंचाहार में भी सुर्खियों में आये तानाशाह तहसीलदार
अनुभव शुक्ला
ऊंचाहार, रायबरेली। एक ऐसा तानाशाह तहसीलदार जिसके तानाशाही फरमान से अक्सर न्याय दिलाने वाले अधिवक्ताओं को भी पीड़ित होना पड़ता है। यह वही भ्रष्ट तहसीलदार अजय हैं जो महराजगंज, सलोन में तैनाती के दौरान अपनी भ्रष्ट व तानाशाही कार्यशैली को लेकर आये दिन सुर्खियों में रहते हैं।
इसके चलते इनका तबादला ऊंचाहार तहसील में भले ही कर दिया गया है किंतु उनका तानाशाही रवैए से अब ऊंचाहार के अधिवक्ता भी पीड़ित हो चुके हैं। गुरुवार को तहसीलदार द्वारा नोटिस दिए जाने से नाराज स्टांप विक्रेता व अधिवक्ताओं ने तहसील मुख्यालय में जोरदार धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। दरअसल तहसीलदार अजय गुप्ता ने स्टांप विक्रेता सुधीर श्रीवास्तव, शीतेश श्रीवास्तव, एडवोकेट विमल शुक्ला, सुजीत कुमार, शशिकांत शुक्ला, आरपी श्रीवास्तव, मोहित पांडेय, आरबी सिंह, अशोक सिंह, श्याम त्रिपाठी आदि को नोटिस थमाया। इसको लेकर स्टांप विक्रेताओं व अधिवक्ताओं में काफी नाराजगी देखने को मिली।
राकेश चंद्र उपाध्याय एडवोकेट अध्यक्ष तहसील बार एसोसिएशन ऊंचाहार ने बताया कि तहसीलदार द्वारा जो अधिवक्तागण टीनशेड लगाकर बैठे हैं, उसको हटाने के लिए नोटिस दी गई है जबकि पूर्व एसडीएम द्वारा कहा गया था कि पार्क की तरफ मत बैठिये। इधर आप लोग चाहे जहां टीनशेड लगाकर बैठ सकते हैं। उन्हीं के कथन अनुसार अधिवक्ता गण अपने पैसे से मिट्टी डालकर टीन सेट रखकर बैठे हैं। तहसीलदार पूरी तरीके से भ्रष्टाचार से लिप्त हैं। वह अधिवक्ताओं का उत्पीड़न करने पर लगातार उतारू हैं। उनका इरादा शुरू से ही अधिवक्ताओं के विरुद्ध रहा है। साथ ही बताया कि इससे पूर्व एक अधिवक्ता संदीप सिंह का टीनशेड कर्मियों द्वारा हिलवाया गया था। साथ ही उनकी तख्त भी उठा ले गए थे। जब उस पर हम लोगों ने एक्शन लिया था तब उन्होंने आश्वासन दिया था कि हम तख्त वापस कर देंगे। फिलहाल तहसीलदार लगातार अपनी मनमानी कर रहे हैं।
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