फिरोजाबाद में लम्पी वायरस का खौफ बढ़ा
फिरोजाबाद में लम्पी वायरस का खौफ बढ़ा
जिले में रोका गया पशुहाट का संचालन
गोशाला में नये गोवंशों को लेने पर लगा प्रतिबंध
रविन्द्र कुमार
फिरोजाबाद। जिले में लंपी वायरस का खौफ नजर आने लगा है। जिले में एक पशु में लंपी स्किन डिजीज (एलएसडी) मिलने के बाद सतर्कता बढ़ा दी गई है। जिला प्रशासन ने सभी पशु पैंठ पर रोक लगा दी है। किसी भी सरकारी गोशाला में कोई भी नए गोवंश को लेने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। पशुपालकों से भी अपील की जा रही है कि वे अपने पशुओं को खुले में न बांधें और आस-पास धुआं भी करें। पशु हाट मालिकों को भी इसे लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. जितेंद्र कुमार ने बताया कि सभी इलाकों में पशुपालन विभाग की टीमें लगातार गांवों में सक्रिय हैं। बीमार पशुओं का उपचार कर उन्हें दवाएं वितरित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि यह बीमारी गायों की सभी प्रजातियों में होती है और इसकी शिकार दूध देने वाली गाय बनती हैं। जर्सी नस्ल की गाय के लिए यह बीमारी जानलेवा होती है। यह बीमारी गायों का खून चूसने वाले कीड़ों और मक्खी, मच्छरों के जरिए फैलती है। गाय के अलावा भैंस भी इस बीमारी से ग्रसित हो रही हैं। जिले में अभी तक एक भैंस के अंदर लंपी वायरस जैसे लक्षण मिले थे, उसे नोटिस करते हुए इलाज कराया और वह अब ठीक है।
लंपी डिसीज की कोई फिलहाल वैक्सीन नहीं है। ऐसे में पशु चिकित्सा विभाग ने गोट पाक्स वैक्सीन की डिमांड भेज दी है। वैक्सीन आने के बाद यह पशुओं को लगाई जाएगी। विभाग का मानना है कि यह वैक्सीन लगने के बाद पशुओं में लंबी डिसीज का खतरा कम होगा। फिलहाल पशु पालकों को निर्देशित किया जा रहा है कि वह पशुओं को गंदी जगह न बांधें, खुले में न बांधें। कीड़े मकौड़ों से दूर रखें। पचोखरा में शुक्रवार को पशु हाट लगती है। इसे लेकर पशु हाट मालिक बृजेश उपाध्याय ने बताया कि पशु हाट का संचालन न करने के आदेश आज ही मिले हैं। जो पशु व्यापारी पशु लेकर आए थे, उन्हें भी जागरूक किया गया है कि वह पशुओं की देखरेख करें। फिलहाल पशु हाट के संचालन पर रोक लगा दी है।