बाहुबली धनंजय सिंह फरार, भगोड़ा घोषित हो सकते है धनंजय सिंह | #TejasToday
Vivek pandey लखनऊ। हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या के मामले में फरार चल रहे चार आरोपियों की सम्पत्ति कुर्क करने की कवायद पुलिस ने शुरू कर दी है। इसी कड़ी में पुलिस सोमवार को कोर्ट में अर्जी देगी। इनकी सम्पत्ति का ब्योरा पुलिस ने तैयार कर लिया है। उधर पुलिस दो दिन पहले ही नामजद किए गए सुनील राठी को वारन्ट बी पर लखनऊ जेल लाएगी। इसके साथ ही पूर्व सांसद धनंजय सिंह को भगोड़ा घोषित करने की तैयारी भी है।
छह जनवरी को कठौता चौराहे पर मऊ के हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी। मुख्य शूटर गिरधारी को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। शूटर संदीप बाबा, अंकुर, राजेश तोमर, मुस्तफा, मददगार प्रिंस, रेहान, अखण्ड जेल में बंद है। घटना में घायल शूटर राजेश तोमर ने रिमाण्ड अवधि पर कई खुलासे किए थे जिस पर सुनील राठी का नाम भी इस हत्याकाण्ड में दो दिन पहले बढ़ा दिया गया था। सुनील राठी से पुलिस को कई जानकारियां मिलने की उम्मीद है। इसलिये ही उसे वारन्ट बी पर लखनऊ जेल लाने की तैयारी की जा रही है।
उसे पुलिस रिमाण्ड पर लेने के लिये भी अर्जी देगी। इंस्पेक्टर चन्द्रशेखर सिंह ने बताया कि इस मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह, मददगार विपुल सिंह, प्रदीप सिंह कबूतरा, कुणाल कुमार, शूटर रवि यादव की तलाश की जा रही है। धनंजय सिंह पांच मार्च को पुराने मामले में जमानत कटवा कर प्रयागराज कोर्ट में हाजिर हो गए थे। 25 दिन बाद इसी मामले में धनंजय सिंह फिर जमानत पर बाहर आ गए। अब वह फिर पुलिस की रडार पर है।
इन आरोपियों की सम्पत्ति कुर्क करने की अनुमति मिलते ही पुलिस डुगडुगी पिटवायेगी। सबसे पहले 21 जनवरी को गिरफ्तार शूटर संदीप सिंह उर्फ बाबा ने इस हत्याकाण्ड का पूरी तरह से खुलासा किया था। उस समय उसने ही एक शूटर रवि यादव का नाम लिया था। पर, इसके बाद पकड़े गये हर शूटर व मददगार ने रवि यादव का नाम नहीं लिया। अंकुर, राजेश तोमर व मुस्तफा सभी ने रवि यादव के नाम से अनभिज्ञता जताई।
अब पुलिस का मानना है कि इस शूटर का नाम रवि यादव नहीं बल्कि कुछ और है। संदीप ने उसका नाम फर्जी लिया था। कुछ मुखबिरों ने इस शूटर का नाम सोनू बताया है। पर, विभूतिखंड पुलिस अभी इस बारे में पड़ताल कर रही है। इसी सिलसिले में एक टीम फिर दिल्ली भेजी गई है।