वर्ष 1993, 1995, 2000 के बाद अब 2021 में लखनऊ में होगी राजनैतिक चेतना रैली मुलायम सिंह यादव, कलराज मिश्र, महावीर प्रसाद जैसी हस्तियां एक साथ थीं मंच पर
लखनऊ। जायसवाल (कलवार-कलाल) समाज के लोगों को राजनीति में भागीदारी दिलाने के लिये उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सरजमीं पर वर्ष 1993, 1995 व 2000 में तीन बड़ी राजनैतिक चेतना रैलियों का आयोजन हो चुका है। उसी के परिणामस्वरूप एक ही समय में श्रीप्रकाश जायसवाल (कांग्रेस कानपुर), शंकर प्रसाद जायसवाल (भाजपा वाराणसी) और जवाहर लाल जायसवाल (समाजवादी पार्टी चंदौली) निर्वाचित होकर लोकसभा में पहुंचे थे।
उक्त बातें अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के वरिष्ठ कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सूबे की राजधानी लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार जायसवाल ने पत्र-प्रतिनिधि से हुई वार्ता के दौरान कही।
उन्होंने आगे बताया कि उक्त तीनों रैलियां बहुत ही ऐतिहासिक थीं, क्योंकि एक ही मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष महावीर प्रसाद, भाजपा अध्यक्ष कलराज मिश्र और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव एक साथ अगल-बगल बैठे थे। उस समय का वह चित्र देश के सभी समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित हुआ था। उन रैलियों ने कलवार समाज के संगठन और एकता में मील का पत्थर स्थापित किया था।
श्री जायसवाल ने बताया कि उक्त रैलियों के आयोजन में उनके अलावा दीप नारायण जायसवाल, अशोक गुप्ता, ओम प्रकाश जायसवाल, शिव कुमार जायसवाल, कपिल जायसवाल, पारसनाथ साव, बाबू वेद जायसवाल, बाबू बसंत लाल साव जैसी नामचीन हस्तियों ने महत्वपूर्ण सहयोग दिया था।
ऐसी ही रैली आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व वर्ष 2021 में लखनऊ की सरजमीं पर आयोजित करने की रूप-रेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में आगामी 5 अप्रैल को लखनऊ के विश्वेश्वरैया सभागार में एक राजनीतिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन सुनिश्चित किया गया है।
उक्त शिविर में विभिन्न राजनीतिक दलों में प्रमुख पदों पर आसीन अपने समाज के नेताओं को आने वाली पीढ़ियों को प्रशिक्षण देने के लिये आमंत्रित किया जा रहा है। अन्त में उन्होेंने कहा कि राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले नवयुवक पूर्व सूचना देकर उक्त प्रशिक्षण शिविर में सम्मिलित हो सकते हैं।