कोरोना वायरसः विकसित मानव का पाप या प्रकृति का संताप

आज अखिल ब्रह्माण्ड कोरोना वायरस के भय से संतप्त है। एक अदृश्यमान वायरस के भय से सबसे अधिक भयभीत सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न वर्ग के लोग ही हैं। अहर्निश श्रम करके समस्त जीवों को भोजन देने वाले अन्नदाता किसानों के चेहरे पर रंच मात्र भय दिखाई नहीं दे रहा है। आज सम्पूर्ण विश्व के समक्ष यह … Continue reading कोरोना वायरसः विकसित मानव का पाप या प्रकृति का संताप