त्योहारों मे मजदूरी का भुगतान न होने से मजदूर बेहाल
त्योहारों मे मजदूरी का भुगतान न होने से मजदूर बेहाल
तेजस टूडे ब्यूरो
प्रमोद गोस्वामी
संत कबीर नगर। तहसील धनघटा क्षेत्र के नाथनगर ब्लाक अंतर्गत 103 ग्राम पंचायतों के लगभग 75 हज़ार मनरेगा मजदूर समय से भुगतान न होने के कारण परेशान हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इन मजदूरों की बदहाली पर तनिक भी तवज्जो नहीं दे रहे हैं जबकि ग्राम प्रधानों द्वारा मिट्टी कार्य से संबंधित सभी पत्रावलियां पूर्ण करके ब्लाक में जमा कर दिए गए हैं। ढाई महीने से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन मनरेगा मजदूरों का भुगतान नहीं मिला और न ही उन्हें नये रोजगार पर लगाया जा रहा है जिससे मनरेगा मजदूरों में नाराज़गी है।
मालूम हो कि नाथनगर ब्लाक के अंतर्गत कुल 103 ग्राम पंचायतें हैं जिनमें करीब-75 मनरेगा मजदूर काम करते हैं। रोजी-रोटी का एक मात्र सहारा मज़दूरी करना ही है। ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार मुहैया कराने को लेकर सरकार ने जहां मनरेगा योजना चलाकर गांव के ग़रीब और निर्धन परिवार को ग्राम पंचायत स्तर पर रोज़गार मुहैया कराना है, वहीं मनरेगा मजदूरी का समय से भुगतान न होना इस योजना की सफलता पर सवाल भी खड़ा कर रहा है। नाथनगर ब्लाक के 103 ग्राम पंचायतों के करीब 75 हज़ार से अधिक मजदूरों को वर्तमान में मनरेगा मजदूरी का भुगतान न मिलने के कारण भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। मनरेगा मजदूरों की दयनीय स्थिति पर ब्लाक से लेकर जिले के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा तनिक भी तवज्जो नहीं दी जा रही है।
ग्राम पंचायत जोगाराजा निवासी उर्मिला देवी, रीमा, शोभा देवी, रिंका देवी आदि ने बताया कि उनके द्वारा अपने ग्राम पंचायत में कराए गए मिट्टी कार्य में मजदूरी की गई है लेकिन उन्हें ढाई महीने का समय बीत गया है। एक रूपए भी मजदूरी का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है। इसी तरह ग्राम पंचायत सिसवनिया, केवटली, भगौतीपुर, मुकुंदपुर, शनिचरा, कोलहूगाड़ा, हरपुर, बंधूपुर, बेलराई, सिक्टहा, परमेश्वर पुर, महुली आदि गांवों में मनरेगा मजदूरों का भुगतान न होने से बुरा हाल है। समय से मनरेगा मजदूरी का भुगतान न होने से मनरेगा मजदूरों की दिन-प्रतिदिन दयनीय स्थिति होती जा रही है। मनरेगा मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
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