जिन्दगी क्या है…
कभी खुशियों की चाहत रखती है तो
कभी उदासियों से दूर भागती है,
कभी सुख चाहती है तो
कभी सुकून तलाशती है,
जिंदगी क्या है??
आरोही है, अवरोही है, ज्ञान है, अज्ञान है, भूत है, भविष्य है या वर्तमान है,
जिंदगी क्या है??
कभी प्रशंसा से घिरी तो
कभी बुराइयों से ढकी,
कभी प्यार से भरी तो
कभी नफरत से घिरी,
जिंदगी क्या है??
प्रेम है, दोस्ती है, सम्मान है, शिष्टाचार है, सत्कार है, मजबूरी है, अभिमान है, दिखावा है,
जिंदगी क्या है??
कभी संघर्ष से भरी,
कभी चुनौतियों से घिरी,
कभी लाचार सी पड़ी तो
कभी आत्मीयता के अभाव में दुःखी,
जिंदगी क्या है??
प्रतिभा वैश्य
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