इस मार्ग पर हम भी रहते हैं साहब, हमरौ पर ध्यान द!
बारिश से गड्ढे में पानी भरने से लोगों को आवागमन में हो रहीं दुश्वारियां
नगर पालिका के सफाईकर्मी करते हैं लापरवाही
ओबैदुल्ला असरी
भदोही। नगर के मर्यादपट्टी स्थित विवेकानंद चौराहे से नई बाजार जाने वाले मार्ग की हालत जर्जर हो जाने से बारिश के बाद वहां पर पानी लगा रहता है जिसके चलते आवागमन में लोगों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। उक्त मार्ग पर गिट्टियों के उखड़ जाने से वहां पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। इस समय बारिश का मौसम चल रहा है। भले ही प्रतिदिन बरसात नहीं हो रही है लेकिन एक दिन भी बारिश हो गई तो वहां पर काफी समय तक बरसात का पानी लगा रहता है जिससे लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कारण वहां के स्थानीय लोगों ने कहा कि बारिश तो छोड़िए नाली की साफ सफाई कब और कौन करता किसी को पता ही नहीं। लोगों ने कहा कि साफ सफाई समय पर कराई गई होती तो यह नौबत नहीं आती नई बाजार तथा उसी रोड़ पर कई कालीन कंपनियां हैं।
जहां पर कालीन निर्माता तैयार कालीनों को जमा करने तथा नए कालीनों को तैयार कराने के लिए चार पहिया, दो पहिया वाहनों के साथ साइकिल से भी रा-मैटेरियल लेने के लिए आते हैं। कभी-कभी तो वह बाइक व साइकिल से तैयार कालीनों को लेकर आते समय सड़क पर बने गड्ढे में लगे बारिश के पानी में गिर जाते हैं जिससे तैयार कालीन तो खराब हो ही जाते हैं। इसके साथ ही वह चोटहिल भी हो जाते हैं। इस मार्ग का निर्माण कुछ साल पहले कराया गया था। लेकिन जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई। सड़क बनाएं जाने के बाद उसकी देखभाल नहीं की गई।
अभी कुछ दिन पहले सिर्फ गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया कोई देखने तक नहीं गया गड्हा वहां खत्म हो गया या और बढ़ गया। नतीजा मार्ग जर्जर स्थिति में पहुंच गई है लेकिन इसके बावजूद भी कार्यदाई संस्था द्वारा सुधि नहीं ली जा रही है। नगर पालिका परिषद में मामले को लेकर गंभीर नहीं है। उसके द्वारा अगर सड़क पर लगे पानी को भी निकलवा दिया जाए तो भी लोगों को आवागमन में काफी सहुलियत हो जाएगी। इस संबंध में जब नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार व्यक्ति से बात की गई तो उनको वहां के स्थिति के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी।
सिर्फ देखवा लेने की बात को कहकर वे टाल गए। वहीं जब लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से सम्पर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे बात नहीं हो पाई। इस बात से यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस समस्या को लेकर दोनों ही विभाग के लोग कितना गंभीर है। फिलहाल लोगों को उसी गड्ढे नुमा पानी भरे सड़क से आवागमन करने को विवश होना पड़ रहा है।