दुनिया में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस के तीन रूप

नई दिल्ली। चीन के वुहान और हुबेई प्रांत से शुरु हुए कोरोना के संक्रमण ने पूरी दुनिया में कहर बरपा दिया है, वैश्विक महामारी कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है इसका संक्रमण अब दुनिया के 205 देशों में फैल चुका है। इस संक्रमण के कारण अब तक 95080 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1592036 लोग इससे संक्रमित हैं, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कोरोना को लेकर एक खुलासा किया है। वैज्ञानिकों के अनुसार कोरोना के ये तीन प्रकार आज पूरी दुनिया में कहर बरपा रहे हैं। टाइप ए : यह वायरस पहले चमगादड़ से पैंगोलिन जैसे किसी जानवर में फैला था इसके बाद ये वहां के मीट मार्केट से होता हुआ चीन के वुहान में पहुंचा और इंसानों को संक्रमित किया। शोधकर्ताओं ने कोरोना (Corona virus) की इस नस्‍ल को यूनिवर्सिटी नस्‍ल को 'टाइप ए' करार दिया है, उनके मुताबिक यह वायरस चीन में रहने के बाद जापान, आस्‍ट्रेलिया और अमेरिका में पहुंचा। टाइप बी : शोधकर्ताओं मुताबिक इसी वायरस का बदले हुए रूप को टाइप बी का नाम दिया गया है, इसकी वजह से भी चीन में हजारों लोगों की जान गई है। टाइप बी भी यहां के बाद यूरोप, दक्षिण अमेरिका और कनाडा तक जा पहुंचा और इसने वहां भारी तबाही मचाई। टाइप सी : सिंगापुर, इटली और हांगकांग में अब टाइप सी हजारों लोगों की जान ले चुका है इसके शुरुआती मरीज फ्रांस, इटली, स्वीडन और इंग्लैंड में मिले थे, अध्ययन के मुताबिक, इटली में यह वायरस जर्मनी से पहुंचा और जर्मनी में इसका संक्रमण सिंगापुर के लोगों के जरिए हुआ।

नई दिल्ली। चीन के वुहान और हुबेई प्रांत से शुरु हुए कोरोना के संक्रमण ने पूरी दुनिया में कहर बरपा दिया है, वैश्विक महामारी कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है इसका संक्रमण अब दुनिया के 205 देशों में फैल चुका है।
इस संक्रमण के कारण अब तक 95080 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1592036 लोग इससे संक्रमित हैं, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कोरोना को लेकर एक खुलासा किया है।

वैज्ञानिकों के अनुसार कोरोना के ये तीन प्रकार आज पूरी दुनिया में कहर बरपा रहे हैं।

टाइप ए : यह वायरस पहले चमगादड़ से पैंगोलिन जैसे किसी जानवर में फैला था इसके बाद ये वहां के मीट मार्केट से होता हुआ चीन के वुहान में पहुंचा और इंसानों को संक्रमित किया। शोधकर्ताओं ने कोरोना (Corona virus) की इस नस्‍ल को यूनिवर्सिटी नस्‍ल को ‘टाइप ए’ करार दिया है, उनके मुताबिक यह वायरस चीन में रहने के बाद जापान, आस्‍ट्रेलिया और अमेरिका में पहुंचा।

टाइप बी : शोधकर्ताओं मुताबिक इसी वायरस का बदले हुए रूप को टाइप बी का नाम दिया गया है, इसकी वजह से भी चीन में हजारों लोगों की जान गई है। टाइप बी भी यहां के बाद यूरोप, दक्षिण अमेरिका और कनाडा तक जा पहुंचा और इसने वहां भारी तबाही मचाई।

टाइप सी : सिंगापुर, इटली और हांगकांग में अब टाइप सी हजारों लोगों की जान ले चुका है इसके शुरुआती मरीज फ्रांस, इटली, स्वीडन और इंग्लैंड में मिले थे, अध्ययन के मुताबिक, इटली में यह वायरस जर्मनी से पहुंचा और जर्मनी में इसका संक्रमण सिंगापुर के लोगों के जरिए हुआ।

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