गांव के काश्तकारों ने व्यापक अनियमितता का लगाया आरोप | #TEJASTODAY
सौरभ सिंह
सिकरारा, जौनपुर। बाँकी गांव में हुई चकबन्दी प्रक्रिया में अनियमितता का मामला बढ़ता ही जा रहा है। 300 से अधिक काश्तकारों ने जिलाधिकारी को ऑनलाइन शिकायत कर समूची चकबन्दी प्रक्रिया को निरस्त कराने की मांग की है।
रविवार को गांव के प्राथमिक विद्यालय पर बैठक कर चकबन्दी प्रकिया के बावत सभी काश्तकारों द्वारा किये गए ऑनलाइन शिकायतों पर आपस मे चर्चा किये साथ ही गांव के एक एक काश्तकारों के साथ विभाग द्वारा की गई मनमानी पूर्ण अनियमितता के साक्ष्य जुटाए गए।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि चकबन्दी विभाग के अधिकारियों ने कुछेक लोगो को लाभ दिलाने के चक्कर मे समूचे गांव में विवाद की स्थिति पैदा कर दी।सहायक चकबन्दी अधिकारी द्वारा लाकडाउन के बहाने बंद कमरे सारी कार्यवाही करके फार्म 23 तैयार कर लिया गया और बिना एजेंडा सूचित किये फार्म 23 का वितरण करा दिए,जो कि पूर्णतः नियम विरुद्ध है साथ ही चकपरे का निर्धारण, काश्तकारों और कमेटी की बैठक में किया जाना तय था जिसे नजरअंदाज कर दिया गया।
विभाग द्वारा फार्म 11 का विवरण न दिखाया गया न ही बताया गया। फरवरी के बाद से काश्तकारों और कमेटी की बैठक भी नही की गई न ही किसी को विश्वास में लिया गया। ग्रामीणों ने इस प्रकिया को अपारदर्शी, त्रुटिपूर्ण व विधि विरुद्ध बताते हुए समूची प्रक्रिया निरस्त कराने की जिलाधिकारी से मांग किया।
इस मौके पर यशवंत सिंह, पंकज श्रीवास्तव, हरिप्रसाद मिश्र, दिनेश विश्वकर्मा, सुरेश सिंह एडवोकेट, भोलानाथ सिंह, मैनबहादुर सिंह, सत्य प्रकाश सिंह पूर्व प्रधान, बबलू प्रधान, विनय मिश्र, लालचंद यादव, मनोज कुमार, अजय श्रीवास्तव, राजेन्द्र सिंह, हितेंद्र सिंह, रघुराज सिंह, हरिराम कनौजिया, सतीश कनौजिया, आशीष सिंह, तेज बहादुर सिंह, दिलीप सिंह, सुषमा देवी, राजकुमारी सहित भारी संख्या में काश्तकार उपस्थित रहे।