न्यायालय में हुआ सुलह बेकार, 50 वर्ष पुराना विवाद फिर उभरा | #TejasToday

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न्यायालय में हुआ सुलह बेकार, 50 वर्ष पुराना विवाद फिर उभरा | #TejasToday

लखनऊ में तैनात आईपीएस अधिकारी के शह पर विपक्षी बना मनबढ़

लेखपाल व सिपाही से वार्ता करके रिश्तेदार की मदद कर रहे आईपीएस आफिसर

सर्वाधिक पढ़ा जानें वाला जौनपुर का नं. 1 न्यूज पोर्टल न्यायालय में हुआ सुलह बेकार, 50 वर्ष पुराना विवाद फिर उभरा | #TejasToday लखनऊ में तैनात आईपीएस अधिकारी के शह पर विपक्षी बना मनबढ़ लेखपाल व सिपाही से वार्ता करके रिश्तेदार की मदद कर रहे आईपीएस आफिसर जौनपुर। 50 साल पहले न्यायालय में सुलह के बाद भी इतने वर्षों पुरानी नाली को अवैध ढंग से बन्द करने का मामला इस समय सूर्खियों में है, क्योंकि विपक्षी की तरफ से एक आईपीएस अधिकारी द्वारा हस्तक्षेप किया जा रहा है। थाना, तहसील, जिला मुख्यालय के अलावा मुख्यमंत्री तक पीड़ित द्वारा लगायी गयी गुहार इसलिये बेकार साबित हो रही है, क्योंकि विपक्षी के एक रिश्तेदार लखनऊ में आईपीएस अधिकारी हैं। पीड़ित की मानें तो उक्त आईपीएस अधिकारी द्वारा हल्का लेखपाल व सिपाही तक से बात करके अपने रिश्तेदार की मदद करते हुये पीड़ित को परेशान किया जा रहा है। उनके इस कृत्य से जहां पीड़ित और परेशान हो रहा है, वहीं मुख्यमंत्री तक की गयी शिकायत बेकार साबित हो रही है। उक्त मामला सरपतहां थाना क्षेत्र के पट्टीनरेन्द्रपुर गांव की है जहां वर्ष 1967 में दो पट्टीदार न्यायालय में आमने-सामने हो गये जिसके बाद वर्ष 1973 में दोनों में सुलह हो गया। इसके बाद सब कुछ ठीक था कि पिछले वर्ष 2019 में विपक्षी द्वारा 50 वर्ष पुरानी नाली को जबर्दस्ती बन्द कर दिया गया। इतना ही नहीं, विपक्षी की जर्जर होकर गिर चुकी दीवार के मलबे को नहीं हटाया जा रहा है जिसके चलते आवागमन भी बाधित हो रही है। हद तो तब हो गयी जब सरपतहां थाना, क्षेत्राधिकारी शाहगंज, उपजिलाधिकारी शाहगंज, पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी के अलावा मुख्यमंत्री तक लगायी गयी गुहार के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। पीड़ित के अनुसार विपक्षी के एक रिश्तेदार लखनऊ में आईपीएस अधिकारी हैं जो वहीं से दूरभाष के माध्यम से लेखपाल व सिपाही से वार्ता करके विपक्षी की मदद करते हुये पीड़ित को परेशान कर रहे हैं। हताश व निराश होकर पीड़ित ने एक बार फिर जिलाधिकारी से मिलकर अपनी पीड़ा सुनाते हुये विपक्षी से राहत पहुंचाने की मांग किया है। फिलहाल देखना है कि जिलाधिकारी मदद करेंगे या हमेशा की तरह एक बार फिर पीड़ित की गुहार बेकार साबित होगी।

जौनपुर। 50 साल पहले न्यायालय में सुलह के बाद भी इतने वर्षों पुरानी नाली को अवैध ढंग से बन्द करने का मामला इस समय सूर्खियों में है, क्योंकि विपक्षी की तरफ से एक आईपीएस अधिकारी द्वारा हस्तक्षेप किया जा रहा है। थाना, तहसील, जिला मुख्यालय के अलावा मुख्यमंत्री तक पीड़ित द्वारा लगायी गयी गुहार इसलिये बेकार साबित हो रही है, क्योंकि विपक्षी के एक रिश्तेदार लखनऊ में आईपीएस अधिकारी हैं। पीड़ित की मानें तो उक्त आईपीएस अधिकारी द्वारा हल्का लेखपाल व सिपाही तक से बात करके अपने रिश्तेदार की मदद करते हुये पीड़ित को परेशान किया जा रहा है। उनके इस कृत्य से जहां पीड़ित और परेशान हो रहा है, वहीं मुख्यमंत्री तक की गयी शिकायत बेकार साबित हो रही है।

उक्त मामला सरपतहां थाना क्षेत्र के पट्टीनरेन्द्रपुर गांव की है जहां वर्ष 1967 में दो पट्टीदार न्यायालय में आमने-सामने हो गये जिसके बाद वर्ष 1973 में दोनों में सुलह हो गया। इसके बाद सब कुछ ठीक था कि पिछले वर्ष 2019 में विपक्षी द्वारा 50 वर्ष पुरानी नाली को जबर्दस्ती बन्द कर दिया गया। इतना ही नहीं, विपक्षी की जर्जर होकर गिर चुकी दीवार के मलबे को नहीं हटाया जा रहा है जिसके चलते आवागमन भी बाधित हो रही है। हद तो तब हो गयी जब सरपतहां थाना, क्षेत्राधिकारी शाहगंज, उपजिलाधिकारी शाहगंज, पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी के अलावा मुख्यमंत्री तक लगायी गयी गुहार के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।

पीड़ित के अनुसार विपक्षी के एक रिश्तेदार लखनऊ में आईपीएस अधिकारी हैं जो वहीं से दूरभाष के माध्यम से लेखपाल व सिपाही से वार्ता करके विपक्षी की मदद करते हुये पीड़ित को परेशान कर रहे हैं। हताश व निराश होकर पीड़ित ने एक बार फिर जिलाधिकारी से मिलकर अपनी पीड़ा सुनाते हुये विपक्षी से राहत पहुंचाने की मांग किया है। फिलहाल देखना है कि जिलाधिकारी मदद करेंगे या हमेशा की तरह एक बार फिर पीड़ित की गुहार बेकार साबित होगी।

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सर्वाधिक पढ़ा जानें वाला जौनपुर का नं. 1 न्यूज पोर्टल वीडियो कान्फ्रेंसिंग से जेल बंदियों को दी गयी विधिक जानकारी | #TejasToday जौनपुर। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एमपी सिंह के संरक्षण व कुशल निर्देशन एवं अनुमति से जिला प्राधिकरण के तत्वावधान में बन्दियों को विधिक जानकारी प्रदान करने हेतु मंगलवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कारागार का निरीक्षण एवं विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौम के पर सिविल जज सीडि/प्रभारी सचिव मो. फिरोज ने बन्दियों के अधिकार एवं विशेष रूप से महिला बन्दियों के लिए नालसा द्वारा चलायी जा रही योजना के बारे में बताया। साथ ही नालसा की योजना के अनुरूप जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा गरीब, असहाय एवं निर्बल वर्ग के अक्षम व्यक्तियों को प्रदान करायी जा रही निःशुल्क विधिक सहायता के बारे में बताया। उन्होंने बन्दियों को बताया कि उपरोक्त प्रकार के बन्दी जेल अधीक्षक अथवा जेल लीगल एड क्लीनिक के माध्यम से जिला प्राधिकरण को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि विधिक सहायता हेतु किसी बन्दी का प्रार्थना पत्र प्राप्त होने पर अविलम्ब सूचित करना सुनिश्चित करें। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु कोविड-19 के नियमों के पालन हेतु जागरूक किया गया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक, अन्य सहकर्मी, जेल पीएलवी एवं पुरूष व महिला बन्दीगण उपस्थित रहे।

सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला जौनपुर का नं. 1 न्यूज पोर्टल Pizza Paradise की तरफ से देवउठनी एकादशी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं | #TejasToday

कोरोना संक्रमण के चलते 19 सितम्बर तक न्यायिक कार्य ठप्प | #TEJASTODAY मछलीशहर, जौनपुर। स्थानीय तहसील के अधिवक्ताओं ने बैठक कर कोरोना संक्रमण को मद्देनजर 19 सितम्बर तक न्यायिक कार्य ठप्प रखने का निर्णय लिया है। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रेम बिहारी यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को साधारण सभा की बैठक बुलाई गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुये अधिवक्ता 19 सितम्बर तक न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। इस मौके पर अधिवक्ताओं ने कहा कि तहसील में वादकारियों व अधिवक्ताओं की बढ़ती भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है जिसके कारण संक्रमण का बराबर खतरा बना हुआ है। ऐसी स्थिति में एहतियात के तौर पर यह निर्णय अति आवश्यक है। बैठक में महामंत्री अजय सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश चंद्र सिन्हा, अशोक श्रीवास्तव, सुरेन्द्र मणि शुक्ला, जगदंबा प्रसाद मिश्र, नागेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव, विनय पाण्डेय, हरि नायक तिवारी, वीरेंद्र भाष्कर यादव, मनमोहन तिवारी आदि उपस्थित रहे।

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