उड़ रहीं आदर्श आचार संहिता की धज्जियां, खूब हो रहा पार्टी का प्रचार
अनिल कश्यप
हापुड़। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव-2022 के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के नो दिन बाद भी हापुड़ क्षेत्र में राजनीतिक दलों की प्रचार सामग्रियां लगी हैं। उनसे मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की जा रही है। आदर्श आचार संहिता का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन हो रहा है मगर अधिकारी इसे नजरअंदाज करते नजर आ रहे हैं। बता दें कि विधानसभा चुनाव-2022 के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के नो दिन बाद भी क्षेत्र में राजनीतिक दलों की प्रचार सामग्रियां लगी हुई हैं। शायद प्रत्याशी द्वारा उन लगी चुनाव सामग्रियों से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की जा रही है ओर आदर्श आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है ओर अधिकारी इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। बता दें कि 8 जनवरी को आदर्श आचार संहिता लागू हो गई।
नियमानुसार आचार संहिता लागू होने के 72 घंटे के भीतर सरकारी मशीनरी को क्षेत्र में लगी। राजनीतिक दलों की प्रचार सामग्रियों को हटाना होता है। वही जिला प्रशासन, नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत और पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्र में लगीं प्रचार सामग्रियों को हटा देने का दावा किया। तमाम स्थानों पर अब भी लगी प्रचार सामग्रियां अधिकारियों के दावों की पोल खोल रही हैं। बतौर हापुड़ सदर विधानसभा क्षेत्र के गढ़ रोड़ रेलवे फ्लाईओवर के पिलरों व श्यामपुर जारोठी रोड पर बसपा पार्टी के चुनाव चिह्न हाथी के साथ श्विकास किया है विकास करेंगेश् का नारा व प्रत्याशी का नाम मनीष कुमार उर्फ मोनू लिखकर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की जा रही है।
वहीं रेलवे फ्लाईओवर के पिलर पर भी बसपा प्रत्याशी के पोस्टर ज्यों के त्यों लगे हुए हैं। सूत्रों की मानें तो इस क्षेत्र में एससी वोटर अधिक हैं शायद उन्हें लुभाने के लिए प्रत्याशी द्वारा अपने पोस्टर लगाकर व दीवार पर पार्टी का चुनाव चिन्ह व नारा लिखकर वोटरों को लुभाने की कोशिश की जा रही है लेकिन इस प्रकार आचार संहिता लगने के बाद भी चुनाव प्रचार होना कहीं ना कहीं प्रशासन को एक बार फिर सवालों के घेरे में खड़े करता है। हालांकि यह देखना होगा कि खबर प्रकाशित होने के कितने समय पश्चात प्रत्याशी द्वारा लगवाए गए पोस्टर व दीवार पर की गई पेंटिंग हटाई जाती है।
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