आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकाण्ड का मुख्य आरोपित अभी भी पुलिस पकड़ से दूर
गिरफ्तारी न होने पर परिजनों ने कप्तान से मिलकर लगायी थी न्याय की गुहार
तेजस टूडे सं.
चन्दन अग्रहरि
शाहगंज, जौनपुर। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत सबरहद गांव निवासी पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की निर्मम हत्या 13 मई को कर दिया गया था। नामजद मुख्य आरोपित नासिर जमाल व सिकन्दर आलम अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। परिजनों ने पुलिस अधीक्षक डा कौस्तुभ से मिल न्याय की गुहार लगाई है।
मालूम रहे कि पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की सरेआम हत्या 13 मई को कर दिया गया था जिसके बाद मृतक के बड़े भाई संतोष श्रीवास्तव ने नासिर जमाल शेख़, कामरान उर्फ अर्फी समेत अन्य पर नामजद मामला दर्ज कराया था। बावजूद सात माह से ज्यादा बीत जाने के बाद भी नासिर जमाल अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
इस बावत परिजनों ने पखवाड़े भर पूर्व आईजी मोहित गुप्ता से मिल न्याय की गुहार लगाया था। परिजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास भी जाकर मिले थे। भाई संतोष ने बताया कि पुलिस अधीक्षक को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया गया था। किस तरह से भाई शासन प्रशासन के मंशानुरुप गो तस्करी, गोकशी, भू माफिया के विरुद्ध लड़ाई लड़ते रहे जिसका खामियाजा उन्हें अपनी जान देकर चुकाना पड़ा।
मृतक पत्रकार के भाई व वादी संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि भाई पत्रकार की ही हत्या नहीं की गयी, अपितु क्षेत्र के भू माफियाओं, दबंगों, गो तस्करी व गोकशी में लिप्त लोगों के विरुद्ध आवाज बुलंद कर लड़ाई लड़ने वाले एक योद्धा की निर्मम हत्या कर आवाज बंद कर दिया गया। पुलिस नासिर जमाल को खोज नहीं पा रही जबकि पिछले सप्ताह वह एक उद्घाटन के दौरान सार्वजनिक रूप से लखनऊ में मौजूद रहा। इस बाबत एसपी को फोटो भी दिखाया गया। कहा कि नवागत पुलिस अधीक्षक से न्याय की उम्मीद जगी है।
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