यूपी एग्रो की दुकान अवैधानिक रुप से मंडी समिति ने दूसरे को दिया
जिला प्रबंधक ने सचिव की कसी नकेल
चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर। आजमगढ़ मार्ग स्थित कृषि उत्पादन मंडी समिति की दुकानों के आवंटन में मनमानी किया जा रहा है। यूपी एग्रो को आवंटित दुकान को एक मेडिकल स्टोर संचालक को बगैर लिखा पढी के दे दिया गया। वहीं मेडिकल स्टोर संचालक ने बीच की दिवार तोड़ दोनों को एक मे मिलाया। मंडी समिति की मनमानी से सब्जी व फल व्यवसायियों में आक्रोश।
समिति की स्थापना वर्ष 1995 में हुआ था। कोतवाली रोड स्थित सब्जी मंडी इसी वर्ष आजमगढ़ मार्ग स्थित कृषि उत्पादन मंडी समिति (नई मंडी) में चला गया। सब्जी व फल व्यवसायियों को व आढ़तियों को दुकानें आवंटित की गयी। वहीं मंडी के बाहर मुख्य सड़क पर सुपर मार्केट के नाम से दुकानें बनी। उसे भी आवंटित किया गया। 11 नम्बर दुकान किसानों के उपज को सरकारी मूल्य पर लेने वाले यूपी एग्रो को आवंटित किया गया। तब से उसका कब्जा बरकरार था।
चंद माह पूर्व समिति के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से यूपी एग्रो को आवंटित दुकान बगैर यूपी एग्रो को जानकारी दिए बगल के मेडिकल स्टोर संचालक को मौखिक रूप से सौप दिया गया। संचालक ने बीच की दिवार तोड़ कब्जा कर नया रैक बना सामान भर दिया। जब इसकी जानकारी यूपी एग्रो के जिला प्रबंधक अजीत सिंह को हुआ तो वे दंग रह गये। कहा कि जो भी किराया बाकी है एग्रो चेक द्वारा समिति को दे देगी।
मैं नोटिस देकर पूछता हूं कि क्यों एग्रो की दुकान को बगैर पूछे आवंटित किया गया। उपजिलाधिकारी राजेश कुमार वर्मा ने कहा कि ऐसी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा हुआ है तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस बाबत मंडी सचिव गुलाब सिंह का कहना है कि यूपी एग्रो की दुकान को किसी को भी आवंटित नहीं किया गया है। यदि ऐसा है तो उसे खाली कराया जायेगा।