शिवमंगल अग्रहरि
चित्रकूट। पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर थाने ले जाने के बाद युवक का शव रेलवे ट्रैक पर मिलने से हंगामा मच गया। मृतक के परिजनों ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। साथ ही पुलिस अधीक्षक ने मानिकपुर थाना प्रभारी समेत 4 को इस मामले में निलम्बित कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मानिकपुर का आर्य नगर निवासी अंशु सिंह (28) पुत्र नत्थू बीते रविवार की शाम घर से निकला था। इस दौरान मोहर्रम के जुलूस में नोंक झोंक होने पर पुलिस उसे थाने ले आई। यहां से कुछ देर बाद अंशु गायब हो गया। इसके बाद सोमवार को सबेरे अंशु का शव पनहाई के रेलवे ट्रैक में निर्वस्त्र अवस्था में मिलने से इलाके में हडकम्प मच गया। शव बरामद होने के बाद शिनाख्त न होने के चलते पुलिस ने पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया किन्तु शिनाख्त होने के साथ ही परिजन और विभिन्न राजनीति दलों के नेता एकत्रित होने लगे। नाराज परिजनों ने मानिकपुर के रेलवे पुल चौराहे मंे धरना दे दिया।
इसकी जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, पुलिस अधीक्षक अरूण सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी, मानिकपुर एसडीएम पंकज वर्मा मौके पर पहुंच गए। डीएम एवं एसपी द्वारा पीड़ित परिवार द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र की निष्पक्षता से जांच कराकर कार्यवाही करने पर प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त कर दिया। इस मामले में आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी को लिखे पत्र में कहा है कि मृतक अंशु सिंह आजाद अधिकार सेना का कार्यकर्ता था। आरोप लगाया कि अंशु के साथ पुलिस ने मारपीट की जिससे उसकी मौत हो गयी। इसके बाद शव का रेलवे ट्रैक में फेंककर दुर्घटना का रूप दिया गया।
उन्होंने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है। रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध स्थितियों में मिले युवक के शव के मामले में पुलिस अधीक्षक एके सिंह ने मानिकपुर थाना प्रभारी विनोद शुक्ला और मुख्य आरक्षी वीर सिंह को निलम्बित कर दिया है। साथ ही सिपाही प्रमोद पासवान और अंकित राजपूत को भी निलम्बित किया गया है। गौरतलब है कि प्रमोद पासवान और अंकित राजपूत ही मृतक अंशु को पकडकर थाने लाए थे।