रात के अंधेरे में सरकारी पत्रावलियों को निस्तारित करते हैं तहसीलदार के पेशकार!
रात के अंधेरे में सरकारी पत्रावलियों को निस्तारित करते हैं तहसीलदार के पेशकार!
जमीनों के दाखिल-खारिज के मामलों में पेशकार जमकर करता है खेल
संदीप पाण्डेय
रायबरेली। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षा के विपरीत भ्रष्टाचार रोकने की मुहिम को उनके ही मातहट पलीता लगा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सदर तहसील में तथाकथित कर्मचारियों के काकश का वर्चस्व कायम है। एसडीएम के स्थानांतरण के बाद भी लगातार सरकारी पत्रावलियों में काम करने से ही इनके रसूख का अंदाजा लगाया जा सकता है। तहसीलदार के पेशकार के बारे में चर्चा आमोखास है कि बिना चढ़ावे के कोई भी काम नहीं करता है।
न्यायालय में वर्षों से लंबित जमीनों के वादों में जमकर अवैध वसूली की जा रही है। यही नहीं, दाखिल खारिज के मामलों में खूब खेल किया जा रहा है। किसी भी प्रकार का बैनामा हो, उसमें अगर पेशकार को मुंहमांगी रकम नहीं दी गई तो दाखिल खारिज करा पाना लगभग नामुमकिन ही है। बीते दिनों तहसीलदार न्यायालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार खबरें छपने के बाद कुछ समय के लिए पेशकार के साथ काम करने वाले तथाकथित कर्मचारियों का आना बंद हुआ लेकिन पेशकार की होनी वाली बाहरी आमदनी बंद हो जाने के बाद बौखलाये पेशकार ने अलग रास्ता अपना लिया। सूत्रों की मानें तो रात के अंधेरे में तथाकथित कर्मचारियों को बुलाकर खेल कराना शुरू कर दिया। नवनियुक्त उपजिलाधिकारी शिखा शंखवार के आते ही फरियादियों में न्याय की आस जगी है। अब देखना है कि निष्पक्ष कार्यशैली के लिए मशहूर एसडीएम कब इन तथाकथित कर्मचारियों पर नकेल कसकर कानूनी कार्यवाही करती है।
आईजीआरएस की शिकायतों का निस्तारण करने वाले कौन हैं अनुराग व धर्मेन्द्र
आमजन की आन लाइन शिकायतों के लिए न्यायिक कोर्ट में होने वाली आईजीआरएस का निस्तारण करने वाले तथाकथित कर्मचारी अनुराग फर्जी रिपोर्ट लगाने के साथ ही फरियादियों से अभद्र व्यवहार करता है। यही नहीं, इसके साथ मौजूद रहने वाला धर्मेंद्र अपने को अदालत समझता है। उसका मानना है कि उसकी पकड़ के आगे तहसील प्रशासन बौना है। सवाल है कि शिकायतों के निस्तारण में होने वाले गड़बड़झाले और फर्जीवाडे़ में इन दोनों का ही अहम योगदान रहता है। फिलहाल बेखौफ होकर कम्प्यूटर पर काम करते इनको आसानी से देखा जा सकता हैं।
मुझे इसकी जानकारी नहीं है, जांच करके ही कुछ बता सकते हैंः शिखा शंखवार
इस संबंध में बात करने पर एसडीएम शिखा शंखवार ने कहा कि अभी मैंने कल ही चार्ज लिया है। मुझे इसकी जानकारी नहीं है, जांच करके ही कुछ बता सकते हैं।
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