आयी जहरा की सदा या हुसैन अलविदा… | #TEJASTODAY
कर्बला में नहीं हो सका ताजिया दफन, न ही निकले जुलूस
जौनपुर। जनपद में रविवार को गमगीन माहौल में यौमे आशूरा मनाया गया। शनिवार की रात शिया बाहुल्य मोहल्ले में लोगों ने अपने घरों के अजाखानों को सजा करके हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए नौहा मातम के साथ आंसूओं का नजराने पेश किया। गौरतलब है कि इस साल महामारी के चलते जुलूस व ताजिया नहीं निकाला जा सका जिसकी मायूसी अजादारों के चेहरों पर साफ दिखाई दे रही थी।
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हालांकि अजाखानों में मजलिसे शामे गरीबां आयोजित हुईं जहां सोशल डिस्टेन्स के साथ मातमी अंजुमनों ने नौहा मातम कर कर्बला के शहीदों को पुरसा दिया। नगर के सदर इमामबारगाह, चहारसू चौराहे, शाहअबुल हसन भंडारी, बलुआ घाट, सिपाह, कटघरा, रिजवी खां, पुरानी बाजार, ताड़तला, बारा दुअरिया, अहियापुर, पान दरीबा के अजादारों ने अपने घरों के अजाखानों को सजा करके अलम, ताबूत व ताजिए रखा। रविवार को भोर में अलविदा नौहा पढ़ने के बाद अजादारों ने नमाज-ए-आशूरा पढ़ा। शाम को मजलिसे शामे गरीबां इस बार आनलाइन हुई जिसको जाकिर कैसर नवाब ने खेताब किया।